गुरुवार, 14 नवंबर 2019

बाल दिवस पर स्कूल पहुंच पुलिस ने बच्चों को दी कई जानकारियां........



 लगन से पढ़ाई करने तथा अच्छे कार्यो के लिए किया प्रोत्साहित

सूरजपुर। डीएव्ही पब्लिक स्कूल भटगांव में गुरूवार 14 नवम्बर को बाल दिवस मनाया गया। जहां स्कूल प्रबंधन के द्वारा कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान भटगांव की पुलिस भी बच्चों के बीच मौजूद रही और बच्चों को लगन के साथ पढ़ाई करने व अच्छे कार्यो के लिए प्रोत्साहित कर कई जानकारियों से अवगत कराया। कार्यक्रम में देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के छायाचित पर मार्लापण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूवात की गई।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने बाल दिवस के अवसर पर पुलिस के अधिकारियों को स्कूली बच्चों के बीच जाकर कुछ समय बिताने सहित महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराने का निर्देश दिया था।
इसी परिपेक्ष्य में थाना भटगांव की पुलिस स्कूली पहुंची। थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट ने बच्चों को संबोधित कर कहा कि प्रत्येक 14 नवम्बर को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने बाल दिवस मनाए जाने के पीछे का उद्देश्य देश के भविष्य के निर्माण में बच्चों के महत्व को बताता है साथ ही पुलिस के कार्यो की जानकारी से बच्चों को अवगत कराया। थाना प्रभारी ने स्कूली बच्चों को कहा कि आगामी दिनों में उन्हें थाना का भ्रमण कराया जाएगा।
एसआई आराधना बनोदे ने स्कूली बच्चों को बताया कि आपको हमेशा अपराध एवं अपराधो की रोकथाम के प्रति जागरूक रहना चाहिए, जिस चीज को हम दूसरों को करने के लिए बोलते है पहले अपने में आत्मसात करें फिर हम दूसरों को करने बोलें। कहने से ज्यादा करने पर विश्वास करें और अपने सपनों को साकार करने का सार्थक प्रयास करें। उन्होंने सड़क दुर्घटना के समय जीवन बचाने में हेलमेट पहनने के महत्वपूर्ण योगदान के बारे में बताया तथा अपना मोबाइल नंबर देकर किसी प्रकार की सूचना देने की अपील की। स्कूली बच्चों को यातायात नियम, सायबर क्राईम, चिटफंड, एटीएम फ्राड, फर्जी बैंक के काल, पाक्सो एक्ट, जे.जे.एक्ट, बच्चों एवं महिलाओं से संबंधित अपराध के संबंध में जानकारी दी।
इस दौरान स्कूल के प्राचार्य, शिक्षकगण, थाना भटगांव के पुलिस अधिकारी-कर्मचारी सहित स्कूली बच्चें मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।