मंगलवार, 12 नवंबर 2019

सूरजपुर पुलिस को मिली बड़ी सफलता, 5 लाख कीमत के नशीली कफ सिरप के साथ 2 गिरफ्तार..........



बनारस से लाकर करंजवार में छिपाकर रखी गई थी 1190 नग नशीली कफ सिरप

प्रतापपुर व खड़गवां पुलिस की संयुक्त कार्यवाही

सूरजपुर। सूरजपुर पुलिस के द्वारा नशीली दवाईयों के विरूद्व लगातार कार्यवाही जारी है जिसके तहत् प्रतापपुर व खड़गवां की संयुक्त पुलिस टीम के द्वारा ग्राम करंजवार में छिपाकर रखी गई 1190 नग नशीली कफ सिरप जिसकी बाजारू कीमत करीब 5 लाख रूपये है एवं परिवहन में प्रयुक्त 2 मोटर सायकल सहित 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जिले में पदस्थापना के बाद से ही पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने नशीली दवाईयों के धंधे में लिप्त लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करने हेतु थाना-चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया था। इसी तारतम्य 12 नवम्बर 2019 को चौकी प्रभारी खड़गवां सरफराज फिरदौसी को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम खोरमा-करंजवार मेन रोड़ के किनारे खेत में अवैध नशीली दवाई छिपाकर रखी गई है एवं उसे बेचने के लिए ले जाने वाले है। जिसकी जानकारी से चैकी प्रभारी ने पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया जिस पर उन्होंने तत्काल प्रतापपुर व खड़गवां पुलिस की टीम को रेड कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार के मार्गदर्शन में प्रतापपुर व खड़गवां की संयुक्त पुलिस टीम के द्वारा मुखबीर के बताए स्थान पर घेराबंदी कर रेड़ कार्यवाही किया। नशीली दवाईयों के तस्कर रेड कार्यवाही के दौरान पुलिस को देखकर भागने लगे जिन्हें पुलिस टीम ने दौड़ाकर घेराबंदी कर पकड़ा। पकड़े गए दोनों व्यक्तियों से पूछताछ करने पर वे अपना नाम बाजारपारा, थाना प्रतापपुर निवासी 30 वर्षीय मुज्जफर पिता मोहम्मद जफ्फर हुसैन एवं वार्ड क्रमांक 2 कदमपारा चौक, थाना प्रतापपुर निवासी 32 वर्षीय मुकेश अग्रवाल उर्फ अक्कू पिता स्व. गीगाराज अग्रवाल का होना बताए। पुलिस टीम ने दोनों के कब्जे से अलग-अलग 230 नग ओनरेक्स एवं 960 नग फैन्सीरेक्स कुल 1190 नग कफ जिसकी बाजारू कीमत 5 लाख रूपये एवं परिवहन में उपयोग किए जाने वाले 2 नग मोटर सायकल जप्त कर धारा 21सी एनडीपीएस एक्ट के तहत् अपराध पंजीबद्व कर दोनों को विधिवत् गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि विगत् कई वर्षो से नशीली दवाई कफ सिरप स्वयं भी उपयोग करते थे नशीली दवाई को बनारस से सस्ते दामों पर बस के माध्यम से बड़ी खेप लाना बताए। इन नशीली दवाईयों को क्षेत्र के नशेड़ी प्रवृत्ति के लोगों को वास्तविक कीमत से कई गुना अधिक दर पर बेचकर लाभ अर्जित करना बताए।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर के.पी.चैहान, चौकी प्रभारी खड़गवां सरफराज फिरदौसी, प्रधान आरक्षक दिनेश ठाकुर, श्याम सिंह, दिनेश मिंज, रविशंकर किण्डो, शैलेश सिंह, विकास सोनी, भागवत दयाल पैंकरा व प्रवीण सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।