सोमवार, 28 अक्तूबर 2019

पुलिस अधीक्षक ने उपजेल सूरजपुर का किया आकस्मिक निरीक्षण..........

जेल में तैनात बल को सजग व मुस्तैदी से ड्यूटी करने दिए निर्देश

सूरजपुर। उपजेल की सुरक्षा व्यवस्था, जेल में लगे सुरक्षा उपकरण सहित अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने रविवार 27 अक्टूबर को उपजेल सूरजपुर का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक श्री कुकरेजा ने जेल की सुरक्षा में तैनात रियर एवं फ्रंट गार्ड के अधिकारी-कर्मचारियों को सजग व मुस्तैद रहकर ड्यूटी करने के निर्देश दिए। उन्होंने जेल के भीतर व बाहर लगे सीसीटीव्ही कैमरा की उपयोगिता के बारे में जानकारी ली एवं जेल के चारों ओर तार फेन्सिंग एवं ऊंचाई सुरक्षा के मानकों के अनुसार है या नहीं उसे देखा।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार, जेल अधीक्षक ए.के.शुक्ला सहित अन्य पुलिस अधिकारीगण उपस्थित रहे।
 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।