शुक्रवार, 20 सितंबर 2019

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने ली ग्राम रक्षा समिति की बैठक......


क्षेत्र की गतिविधियों की सूचना पुलिस तक त्वरित पहुंचाने किया अपील...

सूरजपुर: पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर की अध्यक्षता में ग्राम सलका में चैकी उमेश्वरपुर (सलका) एवं चैकी तारा क्षेत्र के ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बैठक का आयोजन शुक्रवार 20 सितम्बर को किया गया।
बैठक में एएसपी हरीश राठौर के द्वारा ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को सक्रिय रहकर क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी पुलिस को त्वरित दिये जाने हेतु कहा गया। उन्होंने कहा कि पुलिस क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। गांव में शराब एवं जुआ जैसे कुरीतियों पर अंकुश लगाने एवं असामाजिक तत्वों के बारे में जानकारी दें ताकि ऐसे लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही की जा सके। वर्तमान परिदृश्य में हो रहे धोखाधड़ी, सायबर क्राईम, चिटफण्ड, एटीएम फ्राड, फर्जी बैंक काल के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि आपके सहयोग से इस प्रकार के अपराधों से बचा जा सकता है। बैठक में एएसपी श्री राठौर ने ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को यातायात नियमों का पालन किए जाने एवं हेलमेट लगाकर मोटर सायकल चलाने के लिए प्रोत्साहित किया।
ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों को संबोधित करते हुए एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी ने कहा कि ग्राम रक्षा समिति के सदस्य एक्टिव है, समिति के गठन का औचित्य, पुलिस कार्यवाहियों में इनके सहयोग एवं कर्तव्य के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
इस दौरान एसआई विरेन्द्र कंवर, चैकी प्रभारी तारा राजेश तिवारी, चैकी प्रभारी सलका निर्मल वर्मा, पंच सकील अहमद, रामदयाल उईके, खिलानंद कुरी, रामचन्द्र जायसवाल, फिरोज खान, ग्राम उमेश्वरपुर एवं तारा के ग्राम रक्षा समिति के सदस्यगण सहित पुलिस के अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।