बुधवार, 18 सितंबर 2019

यातायात के संकेतों की जानकारी से छात्रों को कराया अवगत


स्कूली छात्र-छात्राओं को दी गई यातायात नियमों की जानकारी

अभिभावकों को यातायात नियमों का पालन कर हेलमेट पहनने करें प्रोत्साहित


सूरजपुर। जिले की पुलिस यातायात नियमों की जानकारी से स्कूली छात्र-छात्राओं को अवगत कराने के साथ ही यातायात नियमों के संबंध में संकेतक चिन्हों की जानकारी से अवगत करा जागरूक कर रही है। प्रभारी पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री डी.आर.आंचला के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में जिले की यातायात पुलिस के द्वारा मंगलवार को जयनगर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों एवं यातायात के विभिन्न संकेतों का डेमो का प्रदर्शन कर जानकारी दी। यातायात प्रभारी आर.सी.राय ने छात्र-छात्राओं को कहा कि सड़क दुर्घटनाओं में ज्यादातर मौते हेड इन्जुरी के कारण होती है, दो पहिया वाहन चलाते समय वाहन चालक यदि हेलमेट पहना हो तो इससे बचा जा सकता है। 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को मोटर साईकिल एवं अन्य वाहन न चलने, नियमानुसार डाईविंग लायसेंस प्राप्त करने के उपरान्त ही वाहन चलाने एवं सड़क पर आने-जाने के दौरान सावधानी बरतने हेतु कहा। उन्होंने छात्र-छात्राओं को कहा कि अपने अभिभावकों को यातायात नियमों की जानकारी से अवगत कराए और उन्हें दो पहिया वाहन चलाने के दौरान अनिवार्य रूप से हेलमेट पहनने हेतु प्रोत्साहित करें। यातायात प्रभारी आर.सी.राय ने रोड़ में लगे सांकेतिक बोर्ड को ब्लैक बोर्ड में बनाकर उनके महत्व को समझाया एवं इन सभी जानकारियों को घर के अन्य सदस्यों के बीच शेयर करने का कहा ताकि वे भी जाकरूक हो सके।
इस दौरान स्कूल के प्राचार्य, शिक्षक, प्रधान आरक्षक बालमुकुन्द पाण्डेय, रामजतन सिंह, आरक्षक मुरिस खाखा, एवं अरविन्द एक्का सहित विद्यालय के 250 छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।