बुधवार, 31 जुलाई 2019

पुलिस अधीक्षक ने पुलिस अधिकारियों की ली अपराध समीक्षा बैठक......

जांच विवेचना प्रोफेशनल तरीके से हो ताकि पीड़ित पक्ष को मिले सही न्याय

सड़क दुर्घटना में कमी लाने एनएच के अधिकारियों के साथ मिल कर करें उपाए

पुलिस अभिरक्षा में सावधानी संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए

सूरजपुर थाना में पदस्थ विवेचकों के कार्यो की समीक्षा, लंबित अपराध, चालान, शिकायत एवं मर्ग की विस्तृत जानकारी लेकर विधिसम्मत निराकरण के निर्देश देने, अपराधों की रोकथाम हेतु कारगर कार्यवाही सुनिश्चित कराने, निराकरण का स्तर में बेहतर सुधार कराने एवं जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने जिले के पुलिस अधिकारियों की क्राईम मीटिंग मंगलवार 30 जुलाई को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित किया।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने पुलिस राजपत्रित अधिकारियों से उनके अनुविभाग के थानों में पंजीबद्व लंबित अपराध, चालान, मर्ग व शिकायत की विस्तृत जानकारी ली और उसका विधिसम्मत निराकरण के निर्देश दिए। उन्होंने राजपत्रित अधिकारियों को कहा कि प्रत्येक सप्ताह थाना-चौकी के विवेचकों की अपराध समीक्षा बैठक ली जावे ताकि प्रत्येक अपराधों की बारीकीयों से एसडीओपी अवगत रहे और समय पर प्रकरण का निराकरण सुनिश्चित हो, गंभीर अपराध का सुपरविजन बारीकी से करने एवं उसका पालन विवेचक से कराने, सामुदायिक पुलिसिंग के अन्तर्गत आनलाईन हो रहे धोखाधड़ी से बचने हेतु जागरूकता अभियान नियमित रूप से आयोजित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जांच विवेचना में लापरवाही बरतने वाले विवेचकों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा ताकि उन पर कार्यवाही की जा सके। शिकायत पत्र की जांच मौके पर जाकर किए जाने, थाना प्रभारियों को सड़क दुर्घटना में कमी लाने के उपाय एनएच के अधिकारियों के साथ मिलकर किए जाने, निगरानी एवं गुण्डा बदमाशों पर सूक्ष्म निगाह रखने के निर्देश दिए।
पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों को पुलिस अभिरक्षा में सावधानी संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि लंबित शिकायतों की जांच निर्धारित समयावधि के भीतर किए जाए, वर्ष के शेष बचे माह के लिए लक्ष्य निर्धारित कर उसकी कार्य योजना तैयार कर भेजने, क्षेत्र में लगे सीसीटीव्ही कैमरा की जानकारी अद्यतन कर अधिक से अधिक लोगों को सीसीटीव्ही कैमरा लगाने हेतु जागरूक करने, माननीय उच्च न्यायालय से संबंधित जवाब दावा यथाशीघ्र पेश किए जाने, प्रशिक्षण के अनुरूप अधिकारी-कर्मचारियों से कार्य कराने, जांच के दौरान जप्ती की कार्यवाही विधिवत् गवाहों के समक्ष कराने, फरार आरोपियों की धरपकड़ में तेजी लाने एवं रात्रि गश्त मुस्तैदी से करने के निर्देश दिए।
जांच विवेचना प्रोफेशनल तरीके से हो ताकि पीड़ित पक्ष को मिले सही न्याय।
अपराध समीक्षा बैठक में एसपी श्री जायसवाल ने कहा कि पुलिस की जांच विवेचना प्रोफेसनल तरीके से होनी चाहिए ताकि पीड़ित पक्ष को सही न्याय मिल सके इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। थाना-चौकी प्रभारियों को वर्ष 2019 में अब तक किए गए उल्लेखनीय कार्य की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा ताकि उन्हें आगामी 15 अगस्त को मुख्य अतिथि के हाथों पुरस्कृत कराई जा सके। 
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, सीएसपी डी.के.सिंह, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव, एसडीओपी प्रतापपुर राकेश पाटनवार, डीएसपी अजाक बालसाय केरकेट्टा, जिले के थाना चौकी प्रभारी सहित पुलिस के अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।