शुक्रवार, 5 अप्रैल 2019

18 हजार कीमत के अवैध नशीली दवाईयों के साथ 2 गिरफ्तार


सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में जिले में नशीले पदार्थ के क्रय-विक्रय पर अंकुश लगाने हेतु चलाये जा रहे अभियान के तहत् शुक्रवार 05 अप्रैल को चौकी प्रभारी करंजी प्रमोद पाण्डेय को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम दतिमा प्राथमिक शाला के पास दो व्यक्ति प्लास्टिक के थैली में नशीले इंजेक्शन रखकर बेचने के फिराक में घूम रहे हैं। चौकी प्रभारी करंजी के द्वारा सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल को अवगत कराए जाने पर उन्होंने तत्काल घेराबंदी कर दोनों व्यक्तियों को पकड़ने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी डी.के.सिंह के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी करंजी प्रमोद पाण्डेय के द्वारा ग्राम दतिमा के प्राथमिक शाला के पास घेराबंदी कर ग्राम दतिमा, चौकी करंजी निवासी 40 वर्षीय मोइनुद्दीन अंसारी उर्फ ढकूना पिता स्व. लियाकत अली एवं 35 वर्षीय मोहम्मद नासिर अंसारी पिता स्व. मोहम्मद सिराज अंसारी को पकड़ा गया जिनके कब्जे से 10 एमएल का एविल इंजेक्शन 48 नग एवं 2 एमएल का रेक्सोजेसिक इंजेक्शन 48 नग कुल 96 नग नशीली इंजेक्शन कीमत करीब 18 हजार रूपये का जप्त कर धारा 21ए एनडीपीएस एक्ट के तहत् विधिवत् कार्यवाही कर गिरफ्तार किया गया।पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नशीली इंजेक्शन कटनी से कम कीमत में खरीदकर रेल मार्ग से आकर विश्रामपुर, भटगांव, करंजी क्षेत्र के नशेड़ियों को अधिक दर पर बिक्री कर लाभ अर्जित करते थे। मोइनुद्दीन अंसारी लंबे समय से इस अवैध कारोबार में लिप्त था जो पूर्व में थाना भटगांव व विश्रामपुर में एनडीपीएस के प्रकरण में चालान हो चुका है।इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी करंजी प्रमोद पाण्डेय, प्रधान आरक्षक विकास सिंह, रघुवंश सिंह, आरक्षक सतीश उपाध्याय, भोला राजवाड़े, धनेश्वर सिंह एवं महिला आरक्षक द्रोपति राजवाड़े सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।