शनिवार, 2 फ़रवरी 2019

बालकों की सुरक्षा एवं उनके अधिकारों पर हुई एक दिवसीय कार्यशाला



सूरजपुर। बालक बालिकाओं के गुमने पर उन्हें खोजबीन करने के सार्थक प्रयास एवं बालक बालिकाओं को जागरूक करने जन जागरण अभियान चलाने की रूपरेखा तैयार करने, बालकों के संरक्षण हेतु बनाये गये प्रावधानों की जानकारी से अवगत कराने हेतु कार्यशाला का आयोजन करने के निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने दिए थे।
इसी तारतम्य में शनिवार 2 फरवरी को संयुक्त जिला कार्यालय सूरजपुर में पुलिस विभाग हेतु नवनिर्मित सभाकक्ष में सहायक जिला अभियोजन अधिकारी, विशेष किशोर पुलिस इकाई, बाल कल्याण पुलिस अधिकारी, चाईल्ड वेलफेयर कमेटी, जेजे बोर्ड, एवं सखी वन स्टाप सेंटर के अधिकारी कर्मचारियों की एक दिवसीय कार्यशाला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। 
कार्यशाला में एएसपी श्रीमती मेघा टेंभुरकर ने सर्वप्रथम माॅ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर कहा कि बालक बालिकाओं के गुमने पर खोजबीन करने के सार्थक प्रयास किये जाए, बालकों की देखरेख एवं उनके संरक्षण हेतु बने प्रावधानों का पालन सुनिश्चित हो, बालक/बालिकाओं को जागरूक करने हेतु जन जागरण अभियान चलाने के साथ ही सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर कार्य करने, जिला स्तर पर विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं थाना/चौकी स्तर पर बाल कल्याण अधिकारी का गठन किया गया है जो गुम बालक/बालिकाओं के पतासाजी करेंगे। सभी के सहयोग से गत् वर्ष गुम बालक/बालिकों को बरामद करने में पुलिस को अच्छी सफलताएं मिली है। 
कार्यशाला में पुलिस राजपत्रित अधिकारी, एडीपीओ सत्यप्रकाश महिलांगे, बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, सखी वन स्टाप के विनिता सिन्हा ने बालकों के संरक्षण, पोक्सो एक्ट, जेजे एक्ट के प्रावधानों, उनके पोषण एवं पुर्नवास की नीति, बालक के गुमने पर किये जाने वाली कार्यवाहियों की विस्तृत जानकारी दिए। 
इस दौरान सीएसपी डी.के.सिंह, डीएसपी मुख्यालय निमिषा पाण्डेय, एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, डीएसपी अजाक बालसाय केरकेट्टा, एडीपीओ सत्यप्रकाश महिलांगे, मनोज चतुर्वेदी, पी.सी.शुक्ला, बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष रामसेवक सिंह, जेजे बोर्ड अध्यक्ष अमित भारिया, सखी वन स्टाप केन्द्र प्रशासक विनिता सिन्हा, जिले के सभी थाना चौकी प्रभारी, विशेष किशोर पुलिस इकाई एवं बाल कल्याण के अधिकारी सभी अधिकारी, कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।