गुरुवार, 17 जनवरी 2019

उठाईगिरी/लूट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश



सूरजपुर। गत् 15 जनवरी को भटगांव के मेन मार्केट में शाम करीब 4.30 बजे ग्राम श्यामनगर निवासी शिवप्रसाद राजवाड़े जो एसईसीएल भटगांव खदान 1-2 में नौकरी करता है जो भटगांव स्थित स्टेट बैंक से 28 हजार रूपये निकाला था जिसमें से 8 हजार रूपये को अपने पाकिट में रखा था एवं 20 हजार जिसमें 100-100 रूपये के नोट थे जिसे अपने झोला में रखा था जिसे लेकर वह भटगांव के कुशवाहा हार्डवेयर दुकान में सामान लेने गया था दुकान से सामान लेकर दुकान से बाहर निकल रहा था उसी समय दो मोटर सायकल सवार जिसमें एक सोनू उर्फ मनई राजवाड़े पिता हरभजन राजवाड़े उम्र 20 वर्ष निवासी बरपारा भटगांव एवं बालेश्वर उर्फ पण्डा राजवाड़े पिता रामकया उम्र 20 वर्ष निवासी चुनगड़ी का बजाज विक्रांत मोटर सायकल क्रमांक सीजी 15 डीजी 9371 से आये और बालेश्वर राजवाड़े के झोला में रखे 20 हजार रूपये और आधार कार्ड को लूट कर मोटर सायकल से भाग गये। शिवप्रसाद राजवाड़े की रिपोर्ट पर थाना भटगांव में अपराध क्रमांक 11/19 धारा 392, 34 भादवि का पंजीबद्ध कर इसकी सूचना से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर के मार्गदर्शन में थाना की टीम गठित कर रातो रात घेराबंदी कर लूटी गई रकम में से 16370 रूपये बरामद कर घटना में प्रयुक्त मोटर सायकल को जप्त कर आरोपियों को गिरफ्तार किया जाकर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
आरोपीगण आदतन अपराधी है पूर्व में भी इनके द्वारा अपराध किया गया था जिनमें सेवारीपारा में 15 हजार रूपये का महिला से लूटपाट, खोखापारा भटगांव से मोबाईल लूट करना, गंगा किराना स्टोर से किराना सामान तथा 22 हजार रूपये चोरी करना एवं भटगांव स्टेडियम के किनारे स्थित दुकान से चोरी करना शामिल है।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केंवट, एएसआई के.के.यादव, प्रधान आरक्षक संतोष सिंह, राकेश यादव, आरक्षक राधेश्याम साहू, विनोद सिंह, अवधेश कुशवाहा व मिथलेश गुप्ता सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।