मंगलवार, 16 अक्टूबर 2018

सूरजपुर जिले के अंतिम छोर तक पहुंची सर्चिंग पार्टी

 

सूरजपुर।विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिले के दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में सर्चिंग कर मतदान केन्द्रों का जायजा लेने, पंच, सरपंच से मुलाकात कर क्षेत्र की भौगोलिक एवं क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी लेकर आमजन की समस्याओं को सुनकर उचित निराकरण कराने हेतु पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने एक सर्चिंग टीम का गठन कर टीम को जिले के अंतिम छोर तक सर्चिंग करने हेतु निर्देशित किया था।
एसपी सूरजपुर श्री जायसवाल के द्वारा गठित टीम के द्वारा विगत दिनों चौकी मोहरसोप व थाना चांदनी के अंतिम छोर ग्राम बासनारा, मोहरसोप, कछिया, पडवारी, खैरा, करौटी, रामगढ़, उमझर, रसौकी, खोहिर, मोहली, अवन्तिकापुर, कुबेरपुर, नवाटोला, सपहा, नवगोई, बेगदीदण्ड, सेमरा, विसलपुर, देवड़ी, पेण्डारी, ठाड़पाथर में सर्चिंग कर इन ग्रामों में स्थित मतदान केन्द्रों का जायजा लिया, गांव के पंच, सरपंच से मुलाकात कर भौगोलिक एवं क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी ली। सर्चिंग पार्टी के द्वारा इस दौरान कई स्कूलों में जाकर स्कूली छात्र/छात्राओं से मुलाकात कर कुशलक्षेम जाना एवं चाकलेट वितरित किया। सर्चिंग पार्टी के द्वारा इन दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों से उनकी समस्या की जानकारी लेते हुये थाना प्रभारी एवं अपना मोबाईल नंबर भी दिया ताकि किसी प्रकार की आवश्यकता पड़ने पर तत्काल सूचना दी जा सके।
इस दौरान सर्चिंग पार्टी प्रभारी एसआई प्रमोद डनसेना, चौकी प्रभारी मोहरसोप माधव सिंह सहित सर्चिंग पार्टी के आरक्षकगण सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।