बुधवार, 24 अक्तूबर 2018

पुलिस ने अवैध शराब बेचने वालों 10 लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर की कार्यवाही

* 3 हजार 9 सौ रूपये के 32 लीटर महुआ शराब जप्त।

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने अवैध शराब विक्रय एवं परिवहन करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश जिले के थाना/चौकी प्रभारियों को दिये हैं। जिस परिप्रेक्ष्य में मंगलवार 23 अक्टूबर को सूरजपुर जिले के थाना प्रभारियों ने अभियान चलाकर शराब बेचने वालों के विरूद्ध कार्यवाही किया है जिसमें बसदेई चौकी क्षेत्र ग्राम सिरसी निवासी बिलन बरगाह से 4 लीटर महुआ शराब, शिवकुमार देवांगन से 2 लीटर, रामानुजनगर थाना क्षेत्र ग्राम त्रिपुरेश्वरपुर निवासी भण्डारी राम बरगाह से 3 लीटर, करंजी चौकी ग्राम रूनियाडीह निवासी फुलमेत राजवाड़े से 4 लीटर, विश्रामपुर थाना क्षेत्र कुम्दा कालोनी निवासी सावित्री सिंह से 3 लीटर, कुम्दा कालोनी निवासी विमला राजवाड़े से 2 लीटर, प्रतापपुर थाना क्षेत्र ग्राम अमनदोन निवासी मानकुंवर से 3 लीटर, खड़गवां चौकी क्षेत्र ग्राम हरिपुर निवासी गणेश सिंह से 4 लीटर, जयनगर थाना क्षेत्र ग्राम बिशुनपुर खुर्द निवासी आनंद तिग्गा से 4 लीटर, चंदौरा थाना क्षेत्र के ग्राम दरहोरा निवासी राजकुमार देवांगन से पुलिस ने 3 लीटर महुआ शराब जप्त किया है। इस अभियान में पुलिस ने 10 लोगों से कुल 32 लीटर महुआ शराब कीमत 3 हजार 9 सौ रूपये का जप्त कर सभी के विरूद्ध आबकारी एक्ट के तहत् कार्यवाही किया है।
इसी के साथ ही सूरजपुर पुलिस ने दिनांक 1 सितम्बर से अब तक 326 लोगों से 1 हजार 159 लीटर महुआ शराब एवं 39 लीटर अंग्रेजी शराब जिसकी कुल कीमत 1 लाख 68 हजार 605 रूपये का जप्त की जा चुकी है और कार्यवाही निरंतर जारी है।


'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।