शुक्रवार, 26 मई 2017

आईजी के दिशा निर्देश पर मिली सूरजपुर पुलिस को बड़ी सफलता




* सूरजपुर विकास ज्वेलर्स में हुई उठाईगिरी के अंतर्राज्यीय गिरोह का मुख्य सरगना सहित दो गिरफ्तार
* चोरी की पूरी सम्पत्ति 25 लाख 50 हजार का माल बरामद
* टीम के प्रोत्साहन के लिए आईजी द्वारा 50 हजार रूपये  के नगद पुरस्कार की घोषणा 

सूरजपुर। पिछले सप्ताह 18 मई को नगर के विकास ज्वेलर्स के यहां हुई चोरी के मामले में सूरजपुर पुलिस को सफलता प्राप्त हुई है। 18 मई को भैयाथान रोड मंदिरपारा सूरजपुर निवासी विकास कुमार पिता सुरेन्द्र कुमार सोनी ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि सुबह 10 बजे अपने निवास से प्रतिदिन की भांति अपने दुकान आया। चेन से बंद एक सफेद रंग के झोले में जिसमें 25 लाख 50 हजार रूपये मूल्य के सोने चांदी के जेवर व सामान भरे हुए थे व नगद राशि लगभग 45 हजार रखी हुई थी लेकर आया। मुख्य शटर खोलकर झोले को काउंटर के अंदर फर्श पर रखकर बगल वाले शटर को खोलने गया उसी दौरान एक अज्ञात चोर द्वारा प्रार्थी के दुकान के अंदर घुसकर काउंटर से उक्त सोने, चांदी के जेवर सामान व नगदी से भरे झोला को चोरी कर ले गया। विकास सोनी की रिपोर्ट पर थाना सूरजपुर में अपराध क्र. 213/17 धारा 454, 380, 34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
             दिन दहाड़े शहर के मध्य हुए इस घटना की सूचना मिलते ही सूरजपुर थाने की टीम व स्पेशल पुलिस टीम घटना स्थल पहुंच कर मामले की विवेचना प्रारंभ कर दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर.पी.साय द्वारा घटना की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक को देते हुए अज्ञात आरोपियों व चोरी हुई सम्पत्ति के पता तलाश के लिए नगर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर डी. के. सिंह के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन किया व अग्रिम कार्यवाही के लिए दिशा निर्देश दिये। इसी बीच 19 मई को अम्बिकापुर के इमलीपारा गली स्थित मनीष सोनी की जय मां शारदा ज्वेलरी की दुकान के सामने गंदगी फैलाकर घटना कारित करने का प्रयास किया गया था जिसकी सूचना मिलने पर सूरजपुर की स्पेशल टीम द्वारा जाकर घटना स्थल का मौका मुआयना करने पर पाया गया कि घटना के तरीके में समानता व पेशेवर तरीके को देखते पाया गया कि यह एक ही गिरोह का काम है।
                  इस घटना के बाद संभाग में अंतर्राज्यीय गिरोह के सक्रिय होने की आशंका से रेंज पुलिस महानिरीक्षक श्री हिमांशु गुप्ता के दिशा निर्देशन पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी. साय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सरगुजा आर.एस.नायक एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर. भगत के मार्गदर्शन में नगर पुलिस अधीक्षक डी.के. सिंह के नेतृत्व में अम्बिकापुर क्राईम ब्रांच, स्पेशल पुलिस टीम सूरजपुर, कोतवाली सूरजपुर की पुलिस टीम, जिला बलरामपुर एवं जिला जशपुर की पुलिस टीम के द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में पूर्व में हुए इसी तरह की घटनाओं के तथ्यों व संदेहियों के संबंध में लगातार बारीकी से विवेचना एवं सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पता तलाश की कार्यवाही की गई। इस दौरान जानकारी मिली की थाना-कुसमी जिला बलरामपुर के अपराध क्र. 30/17, धारा 398, 420, 511 भादवि व 25 आम्र्स एक्ट के फरार आरोपी विजय प्रधान, राकेश प्रधान दोनों निवासी ग्राम पूर्वोकोट, थाना-कोरेई जिला-जाजपुर ओडिशा का पतासाजी करते हुए सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त फोटो का मिलान करने पर पाया गया कि सूरजपुर की घटना में भी यही लोग संलिप्त थे। इन लोगों का पता तलाश सभी पुलिस टीम द्वारा सरगर्मी से किया जा रहा था तभी मुखबिर द्वारा सूचना मिली की संदेहियों को जयनगर थाना क्षेत्र के ग्राम ठाकुरपुर स्थित बाजार के पास देखा गया है। सूचना मिलते ही अम्बिकापुर क्राईम ब्रांच व सूरजपुर पुलिस टीम के द्वारा घेराबंदी कर एक बजाज पल्सर मोटर सायकल सहित आरोपी विजय प्रधान, पिता जेलगा उम्र 19 वर्ष निवासी दशमड़या थाना कोरेई जिला जाजपुर ओडिशा को पकड़ा गया इसका दूसरा साथी राकेश प्रधान पिता सारंग प्रधान भीड़भाड़ का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गया। विजय प्रधान से बारीकी से पूछताछ करने पर बताया कि वे किराए का मकान लेकर ठाकुरपारा में रहकर अलग-अलग क्षेत्र में हाईस्पीड मोटर सायकल रखकर ज्वेलरी दुकानों का रेकी कर घटना को अपने साथियों के साथ अंजाम देना बताया। जो उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, ओडिशा, आंध्रप्रदेश एवं छततीसगढ़ में पिछले कई वर्षों से निचली बस्तियों में झुग्गी झोपड़ी में किराए के मकान में फर्जी पहचान पत्र देकर परिवार सहित निवास कर आसपास के 40-50 किलोमीटर के दायरे में हाईस्पीड मोटर सायकल का उपयोग कर घूम-घूम कर क्षेत्र में स्थित शहर एवं कस्बों में सोने चांदी के दुकानों की रेकी कर दुकान के सामने गंदगी फैलाकर, ताले में ग्रीस व फेविक्विक लगाकर दुकानदार का ध्यान भटकाकर भारी मात्रा में आभूषणों की उठाईगिरी करते थे। इनका मुखिया भीमो प्रधान पिता सुको प्रधान उम्र 48 वर्ष निवासी पूर्वोकोट थाना कोरेई जिला जाजपुर ओडिशा द्वारा संपूर्ण वारदात को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया जाता था और चोरी के जेवरों को ओडिशा के साप्ताहिक बाजारों में टुकड़ो में बेचा जाता था।
         मुख्य आरोपी भीमो प्रधान को किराये के मकान ठाकुरपुर से अपाचे मोटरसायकल सहित पुलिस टीम के द्वारा पकड़ा गया जिनसे पूछताछ करने पर संपूर्ण घटना को अपने साथियों विजय प्रधान, राकेश प्रधान, शंकर प्रधान के साथ मिलकर अपाचे एवं पल्सर मोटरसायकल से इस घटना को अंजाम देना एवं तत्काल दूसरे दिन आरोपी शंकर प्रधान के हाथ विकास ज्वेलर्स से उठाईगिरी किये हुए संपूर्ण सोने चांदी के जेवरों को अपने मूल निवास ओडिशा भेजकर छिपाना बताया।
          तत्पश्चात एसएसपी श्री आर.पी.साय द्वारा पुलिस महानिरीक्षक श्री हिमांशु गुप्ता को इस बाबत जानकारी दी गई। पुलिस महानिरीक्षक श्री हिमांशु गुप्ता के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर.पी. साय द्वारा सीएसपी डी.के. सिंह के नेतृत्व में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनूप एक्का, एसआई सुनीता भारद्वाज, बलरामपुर एसआई राजेन्द्र साहू, स्पेशल पुलिस टीम प्रभारी सरफराज फिरदौसी, पत्थलगांव एसआई अशोक पाण्डेय, एएसआई राजेश प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक वरूण तिवारी, प्रधान आरक्षक चालक अजय सिंह, आरक्षक सतेन्द्र दुबे, महेन्द्र प्रताप सिंह, विकास पटेल, रिंकू गुप्ता, महिला सैनिक बीना सिंह की टीम गठित कर ओडिशा राज्य रवाना किया गया। टीम द्वारा ओडिशा जाकर नक्सल प्रभावित क्षेत्र ग्राम पूर्वोकोट में आरोपियों के निशानदेही पर अभ्यस्त आरोपी गिरोह के निवास पर रेड कार्यवाही कर भीमो प्रधान के मकान के पीछे स्थित बाड़ी में जमीन में गाड़कर रखना पाया गया जो विधिवत बरामद करने पर प्रार्थी के चोरी गये समस्त सोने चांदी के जेवरात अपने मूलरूप में जप्त किया गया जिसकी कीमत 25 लाख 50 हजार रूपये है।
पकड़े गये आरोपियों से सघन पूछताछ जारी है जो इस तरह के पूर्व में कुनकुरी एवं पत्थलगांव में घटना घटित हो चुकी है जिसके संबंध में महत्वपूर्ण सुराग मिले है जिससे कई मामलों का खुलासा होने की पूर्ण संभावना है। इस तरह सूरजपुर नगर में दिन दहाड़े हुये करीब 26 लाख रूपये के सोने चांदी के जेवर की उठाईगिरी हुये पूरे सामग्री को सम्पूर्ण मूल स्वरूप में तत्काल एक कुख्यात अंतर्राज्जीय गिरोह के मुख्य सरगना सहित कुल दो आरोपी 1. भीमो प्रधान पिता सूको प्रधान उम्र 45 वर्ष निवासी पूर्वोकोट, थाना कोरई, जिला जाजपुर ओडिशा एवं 2. विजय प्रधान पिजा जेलगा प्रधान उम्र 19 वर्ष साकिन दशमड़या, थाना कोरई, जिला जाजपुर ओडिशा के कब्जे से सोने एवं चांदी के जेवर व नगदी रकम 8 हजार एवं मोटर सायकल अपाचे एवं प्लसर, 2 नग मोबाईल फोन अलग-अलग जप्त करते हुये गिरफ्तार किया गया है एवं अन्य 2 फरार आरोपियों की पता तलाश सरगर्मी से जारी है। इस सफलता को देखते हुये पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज सरगुजा श्री हिमान्शु गुप्ता के द्वारा पुलिस टीम को 50 हजार रूपये नगद का पुरस्कार देने की घोषणा की है एवं प्रकरण के प्रार्थी विकास कुमार सोनी के द्वारा पुलिस की तत्परतापूर्वक कार्यवाही कर ओडिशा राज्य से सम्पूर्ण सम्पत्ति बरामदगी करने एवं आरोपियों को पकड़ने पर 51 हजार रूपये नगद का ईनाम देने की घोषणा की गई है। 
                इस ऐतिहासिक सफलतम कार्यवाही में सीएसपी सूरजपुर डी.के.सिंह, थाना प्रभारी सूरजपुर अनूप एक्का, एसआई सुनीता भारद्वाज, साईबर सेल प्रभारी निलाम्बर मिश्रा, स्पेशल पुलिस टीम प्रभारी सूरजपुर सरफराज फिरदौसी, एएसआई राजेश प्रताप सिंह, सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक वरूण तिवारी, अभिषेक पाण्डेय, बिसुनदेव पैकरा, आनंद सिंह, राहुल गुप्ता, प्रधान आरक्षक चालक अजय सिंह, आरक्षक सतेन्द्र दुबे, महेन्द्र प्रताप सिंह, विकास पटेल, दिलीप सिंह, दिने श ठाकुर, कृष्णकांत पाण्डेय, सीताराम पैकरा, जगत पैकरा, श्याम सिंह, सुरे श तिवारी, महिला आरक्षक प्रमिला आडिल्य, चन्द्रकान्ता मुजंनी, महिला सैनिक बीना सिंह, क्राईम ब्रांच अम्बिकापुर के प्रभारी एएसआई भुपेश सिंह, विनय सिंह, प्रधान आरक्षक धीरज गुप्ता, आरक्षक उपेन्द्र सिंह, विकास सिंह, राकेश शर्मा, जितेश साहू, मनीष यादव, अमित वि श्व कर्र्मा, बृजेश राय, दशरथ राजवाड़े, संजय एक्का, बलरामपुर एसआई राजेन्द्र साहू, आरक्षक रिंकू गुप्ता, ज श पुर क्राईम ब्रांच प्रभारी जितेन्द्र पटेल, प्रधान आरक्षक मनोज सिंह, आरक्षक रत्नेश, पत्थलगांव एसआई अशो क पाण्डेय, वंश नारायण शर्मा, एएसआई नसरूद्दीन एवं अन्य आरक्षकगण सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।