शनिवार, 3 जून 2017

थाना चंदौरा : हत्या का आरोपी गिरफ्तार


सूरजपुर । थाना चंदौरा के ग्राम सिघरी के सघुवर राजवाड़े उम्र 40 वर्ष को गत 25 मई को ग्रामीणों द्वारा गांव में राजू राजवाड़े के दुकान के सामने गिरा पड़ा रहने पर 108 एम्बुलेंश बुलाकर चेहरे में चोटे आने से शासकीय अस्पताल प्रतापपुर में भर्ती कराया गया था जो उपचार के दौरान अस्पताल में सघुवर पिता अमीर साय उम्र 40 वर्ष निवासी सिघरी की मृत्यु हो गई। सूचना पर पुलिस ने मर्ग कायम कर पंचनामा कार्यवाही कर शव को पी0एम0 कराया, पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर द्वारा मृतक की मौत शरीर में आई चोटों के कारण होना लेख किया गया जिस पर थाना प्रभारी चंदौरा सी.पी.तिवारी के द्वारा हालात से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय को अवगत कराते हुये अज्ञात आरोपी के विरूद्व अपराध क्रमांक 41/17 धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्व किया। मामले की गंभीरता को देखते हुये एसएसपी सूरजपुर आर.पी.साय ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एस.आर.भगत के नेतृत्व में थाना चंदौरा पुलिस को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किये। चंदौरा पुलिस ने जांच में पाया कि दिनांक 24/05/17 को रात्रि में मृतक सघुवर के भजीजा उमेश राजवाड़े पिता गया प्रसाद उम्र 19 वर्ष निवासी सिघरी के द्वारा डण्डा से मारपीट कर बेहोश कर दिया था रातभर रोड़ किनारे राजू राजवाड़े के बंद दुकान के सामने पड़ा रहा, दूसरे दिन ग्रामीणों के द्वारा अस्पताल भेजा गया था जो उपचार के दौरान सघुवर की मृत्यु हो गई। पारिवारिक विवाद के गाली गलौज करने से आरोपी ने सघुवर को मारकर हत्या कर दिया। आरोपी उमेश राजवाड़े पिता गया प्रसाद उम्र 19 वर्ष निवासी सिघरी, थाना चंदौरा के विरूद्व अपराध सबूत पाये जाने पर उसे गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी चंदौरा सी.पी.तिवारी, एएसआई रविन्द्र प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक विवेकानंद सिंह, आरक्षक अवधेश कुशवाहा, मिथलेश गुप्ता, भोला राजवाड़े, प्रवीण तिर्की व अन्य आरक्षकगण सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।