मंगलवार, 10 जनवरी 2017

एसपी सूरजपुर ने ली जिले के सभी थाना/चौकी प्रभारियों की क्राईम मिटिंग


सूरजपुर।पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी.साय ने आज पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभाकक्ष में जिले के सभी थाना चौकी प्रभारियों की क्राईम मिटिंग ली। इस दौरान उन्होंने लंबित अपराध, शिकायत, मर्ग, गुम इंसान के संबंध में विस्तृत चर्चा कर उनके निराकरण हेतु दिशा-निर्देश देते हुये पिछले वर्ष के लंबित अपराधों का शीघ्र निराकरण करने, सामुदायिक पुलिसिंग के तहत् चलित थाना लगाने व पुलिस मित्र अभियान के तहत् कार्य करने, आम जनता के मधुर संबंध स्थापित करने, क्षेत्र में निवासरत् किरायेदारों की चेकिंग करने, थाना में फरियादी किसी शिकायत को लेकर आने पर थाना प्रभारी को उसे सुनकर आवश्यक कार्यवाही करने, पुराने वर्षों के खात्मा खारिजी डायरियों को माननीय न्यायालय से स्वीकृत कराने के साथ ही मर्ग डायरी नस्तीबद्ध कराने, थाना चौकी भवन को स्वच्छ व सुन्दर बनाये रखने के निर्देश दिये। मीटिंग के दौरान सभी थाना चौकी प्रभारियों को कैशलेस लेनदेन के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया ताकि वह अपने थाने में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी को इसकी जानकारी देकर उन्हें भी प्रशिक्षण दे सके। इस दौरान एसपी श्री साय ने आगामी 9 से 15 जनवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान थाना क्षेत्र में स्थित स्कूलों, महाविद्यालय के छात्र, छात्राओं को यातायात नियमों की जानकारी देकर उन्हें यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। इस दौरान एडिशनल एसपी एस.आर.भगत, सीएसपी डी.के.सिंह, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी, डीएसपी अजाक बीएल केहरी, प्रशिक्षु डीएसपी संदीप मित्तल, स्टेनो पुष्पेन्द्र शर्मा, थाना प्रभारी अनूप एक्का, सुनील तिवारी, व्हीएन भारद्वाज, सी.आर.राजवाड़े, तरशीला टोप्पो, रूंगटूराम, प्रदुम्मन तिवारी, रामेन्द्र सिंह, विरेन्द्र कंवर, निरीक्षक जयराम मण्डावी, शिवराम कुंजाम, यातायात प्रभारी सूरजन राम राजवाड़े, चौकी प्रभारी बृजनाथ साय पैकरा, राजाराम राठिया, रामनरेश गुप्ता, सुमन्त पाण्डेय, कपिल देव पाण्डेय, राजेश तिवारी, प्रदीप चन्द्राकर, नीलाम्बर मिश्रा, अमिताभ, आनंदराम पैकरा, व्ही.के.सिन्हा, एवं एएसआई विष्णु सिंह उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।