सोमवार, 21 नवंबर 2016

अंधे कत्ल का खुलासा, 01 आरोपी गिरफ्तार



सूरजपुर। गत् 20 सितम्बर को सूचक शिवबालक सिंह पिता शिवधारी सिंह के द्वारा थाना सूरजपुर में सूचना दिया गया कि इसके पुत्र महादेव सिंह उम्र 25 वर्ष का शव ग्राम पर्री में सेमर तालाब में मिला है जो दिनांक 18 सितम्बर से ही घर से संजू सिंह के साथ गया था। सूचना पर थाना सूरजपुर में मर्ग क्रमांक 80/16 कायम कर हालात की जानकारी एसपी सूरजपुर आर.पी. साय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एस.आर. भगत व नगर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर डी.के. सिंह को दिया गया। जांच पंचनामा कार्यवाही व पीएम रिपोर्ट में डाॅक्टर द्वारा मृतक महादेव सिंह की मृत्यु सिर में आई चोट के कारण होना तथा मृत्यु की प्रकृति हत्यात्मक होना लेख किये जाने पर थाना सूरजपुर में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 416/16 धारा 302 भा.द.वि. दिनांक 09/10/16 को पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया। अंधे कत्ल की घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सूरजपुर आर.पी. साय व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूरजपुर एस.आर. भगत के निर्देशन व नगर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर डी.के. सिंह के नेतृत्व में प्रकरण की विवेचना कार्यवाही प्रारम्भ किया गया विवेचना के दौरान गांव वालों से पूछताछ पर पता चला कि मृतक महादेव के दोस्त संजू सिंह का पिता रामभरोस घटना दिनांक के बाद 3-4 दिन तक अपने घर नहीं आया था, उक्त तथ्य की जानकारी होने पर रामभरोस से बारिकी से पूछताछ किया गया जिस पर उसने मृतक महादेव की हत्या कर उसके शव को तालाब में डाल देने बात स्वीकार किया। आरोपी रामभरोस पिता स्व. हरकलाल गोंड़ उम्र 50 वर्ष निवासी ग्राम पर्री गंवटियापारा ने अपने मेमोरेण्डम कथन में बताया कि घटना दिनांक 18.09.16 को यह मृतक महादेव सिंह के साथ बैठकर शराब पीना तथा उसी दौरान इन दोनों के मध्य दो क्यारी बहरा खेत की बात को लेकर विवाद होने पर दोनों मध्य मारपीट होना तथा उसी दौरान इसके द्वारा अपने पास रखे सेंधुवार के डण्डे से मृतक के सिर व पीठ पर मारपीट कर हत्या कर देना तथा मृतक के शव को छुपाने की नियत से उसके शव को घसीटते हुए गांव के सेमर तालाब में ले जाकर तालाब के पानी में डुबा देने की बात बताया। आरोपी द्वारा घटना में प्रयुक्त सेंधुवार के डण्डे को पेश करने पर जप्त किया जाकर आरोपी को गिरफ्तार कर उसे न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है तथा प्रकरण में धारा 201 भा.द.वि. जोड़ी गई है। उक्त अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में थाना प्रभारी सूरजपुर निरीक्षक अनूप एक्का, एएसआई राजेश प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक रजनीश त्रिपाठी, राहुल गुप्ता, रोशन टण्डन, अखिलेष यादव, आरक्षक सतेन्द्र दुबे, प्रदीप पैकरा, वसीम राजा, सैनिक समीर सरकार, व महिला सैनिक प्रीती साहू का सराहनीय योगदान रहा।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।