सोमवार, 8 दिसंबर 2025

सूरजपुर पुलिस के नए आपराधिक कानूनों की प्रदर्शनी में युवाओं-छात्रों का दिख रहा खासा उत्साह। नए कानूनों की बारीकियों को नजदीक से समझकर बढ़ा रहे कानूनों के प्रति ज्ञान। नुक्कड़ नाटक के जरिए नए कानूनों की दी गई जानकारी।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में कोतवाली परिसर में नए आपराधिक कानूनों की प्रर्दशनी का आयोजन किया गया है जिसमें तीनों नए कानूनों के बारे में सम्पूर्ण जानकारियों को समाहित कर  प्रदर्शनी लगाई गई है। इस प्रदर्शनी में नए कानूनों की बारीकियों को जानने नागरिकों, युवाओं व छात्राओं का खासा उत्साह देखा गया और अपने अनुभवों को साझा किया। स्कूली बच्चों के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नए कानूनों की शानदार प्रस्तुती दी।
          शनिवार, 29 नवम्बर 2025 को डीएव्ही पब्लिक स्कूल भटगांव, कन्या महाविद्यालय सूरजपुर, जवाहर नवोदय विद्यालय बसदेई, एकलव्य विद्यालय शिवप्रसादनगर, अरूणोदय कोचिंग सेंटर के छात्र-छात्राओं ने पुलिस के नए आपराधिक कानूनों की प्रदर्शनी का लाभ उठाया। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों के द्वारा छात्रों को पुराने एवं नए कानूनों के प्रावधानों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। अपराध विवेचना में आधुनिक तकनीक और डिजिटल साक्ष्यों की उपयोगिता को परिभाषित कर बताया गया।
              प्रदर्शनी देखने आए छात्रों ने नए कानूनों की प्रर्दशनी में अपने अनुभव को साझा कर बताया कि हमें आज पुलिस के इस आयोजन में नए कानूनों को जानने के लिए हमें अच्छा अवसर प्रदान किया है। हमने आज कानून की बारीकियो ंको समझा है और दूसरों को भी नए आपराधिक कानूनों के बारे में जानकारी देकर जागरूक करेंगे।

नुक्कड़ नाटक के जरिए नए कानूनों की दी गई जानकारी।
            सूरजपुर पुलिस द्वारा आयोजित इस प्रदर्शनी में डीएव्ही पब्लिक स्कूल भटगांव के छात्र आर्या सिंह, आलिया रिजवी, सिंवागी सिंह, अंशिका सिंह, अर्जुन, लालचंद, शाहिद रजा, वरदान सिंह, आध्या पाण्डेय, एकता सिंह की टीम ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नए कानूनों के बारे में उपस्थित युवाओं व लोगों को जागरूक किया। नुक्कड़ नाटक के माध्यम से विद्यार्थियों ने नए कानूनों की प्रमुख विशेषताओं और उनके नागरिक जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों को विस्तार से समझाया। इसमें जीरो एफआईआर का प्रावधान, 90 दिन के भीतर आरोप पत्र दाखिल करना और फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया। इस प्रस्तुति ने सरकार द्वारा आम आदमी को सुलभ न्याय दिलाने के प्रयासों को उजागर किया। डिजिटल साक्ष्य को भी इन कानूनों में महत्वपूर्ण आधार बनाया गया है, जिससे अब इन्हें प्रमाण के तौर पर उपयोग किया जा सकेगा। नुक्कड़ नाटक टीम ने अपने प्रस्तुती में मारपीट, चोरी, ऑनलाईन फ्राड, धोखाधड़ी सहित अन्य नए धाराओं के बारे में जानकारी देते हुए गलत काम नो चान्स, जागरूक नागरिक भूलो मत का नारा दिया।
           इस अवसर पर यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय, चौकी प्रभारी करंजी संतोष सिंह, चौकी प्रभारी उमेश्वरपुर संजय सिंह यादव, चौकी प्रभारी बसदेई योगेन्द्र जायसवाल, चौकी प्रभारी खड़गवां रघुवंश सिंह, एएसआई बबीता यादव, कुसुमकांता लकड़ा, शिक्षक महेश निषाद सहित पुलिस के अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।