सोमवार, 8 दिसंबर 2025

सूरजपुर पुलिस। न्याय की ओर मजबूत कदम, नए आपराधिक कानूनों की प्रदर्शनी में छात्रों व नागरिकों को दी गई नई कानूनी प्रावधानों की जानकारी। छात्रों ने प्रदर्शनी में नए कानूनों की बारीकियों को करीब से देखा और समझा, युवाओं-छात्रों में कानूनी जागरूकता बढ़ी और न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास हुआ और मजबूत।

सूरजपुर। जिले की पुलिस के द्वारा न्याय की ओर मजबूत कदम, नए आपराधिक कानूनों की प्रदर्शनी सूरजपुर कोतवाली परिसर में लगाया गया है। यह प्रदर्शनी 5 दिवसीय होगी जिसका शुभारंभ गुरूवार, 27 नवम्बर को किया गया है। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में आयोजित इस प्रदर्शनी में शुक्रवार को कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के छात्रों, नगर के गणमान्य नागरिकों ने प्रर्दशनी में नए कानूनों की बारीकियों को करीब से देखा और समझा। इस अनुभव ने युवाओं-छात्रों में कानूनी जागरूकता और न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है।
              डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने बताया कि कानून सिर्फ किताबों में नहीं, अब युवाओं-नागरिकों की समझ में भी रच बस गया है। कानून का ज्ञान होने से सभी उसका बेहतर उपयोग कर सकेंगे। नवीन कानूनों की प्रदर्शनी में नए आपराधिक कानूनों (भारतीय न्याय संहिता, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, और भारतीय साक्ष्य अधिनियम) के बारे में जानकारी दी जा रही है जिसमें आधुनिक पुलिस तकनीक और डिजिटल नवाचारों का प्रदर्शन किया गया है। नागरिकों और छात्रों को नए कानूनों के मुख्य प्रावधानों, जैसे कि एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया, डिजिटल साक्ष्य, और त्वरित न्याय की प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया जा रहा है।
           उन्होंने बताया कि नए आपराधिक कानूनों की प्रदर्शनी में पुलिस के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई जिनके द्वारा छात्रों व नागरिकों को अवगत कराया जा रहा है कि अब यदि किसी व्यक्ति के साथ किसी भी राज्य में कोई घटना घटती है, तो उसकी एफआईआर दूसरे राज्य में भी कराई जा सकती है। नए कानूनों के लागू होने से अदालतों में फैसले जल्द होंगे। ई-फोरेंसिक्स और ई-प्रॉसिक्यूशन जैसी तकनीकों के उपयोग के लाभ, ई-एफआईआर, एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया, ई-साक्ष्य एप्लीकेशन के माध्यम से अपराध स्थल पर ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग की अनिवार्यता बताई गई।
 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।