सूरजपुर। आज का दौर डिजिटल है, आधुनिकता के दौर में पैसा ट्रांसफर करना और मंगाना अब काफी सरल हो गया है किन्तु साइबर अपराधी इसी आधुनिकता का गलत फायदा उठाकर लोगों को झांसे में लेकर उनकी मेहनत की कमाई संदिग्ध लिंक पर टच करा अथवा बहकावे में लेकर ओटीपी की जानकारी हासिल करते हुए साइबर फ्राड को अंजाम दे रहे है। साइबर अपराध से बचाव का सबसे कारगर तरीका है खुद जागरूक रहकर सतर्कता बरतना और लोगों को भी इसके प्रति जागरूक करना है, उक्त बाते सोमवार, 03 नवम्बर 2025 को स्वामी आत्मानंद स्कूल प्रेमनगर में आयोजित साइबर सुरक्षा संवाद कार्यक्रम के दौरान डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने कही।
कार्यक्रम में प्राचार्य मनोज झा, शिक्षक कमलेश टेकाम, अमरजीत सोलंकी, छात्र ज्योति साहू, साक्षी दुबे, इंडिया रजक, श्याम लाल साहू व आलोक सिंह ने अपने एवं परिजनों के साथ हुए साइबर फ्राड के बारे में बताया। प्राचार्य मनोज झा ने बताया कि उनके मोबाईल पर एक व्यक्ति ने फोन कर बच्चा बीमार है उसके ईलाज के लिए पैसे की आवश्यकता बताकर पैसे ठगते हुए साइबर फ्राड किया। इसी प्रकार छात्रों ने साइबर फ्राड के अपने अनुभवों को साझा किया और संदेश दिया कि किसी भी अनजान कॉल, मैसेज या लिंक पर भरोसा न करें और अपनी निजी/वित्तीय जानकारी साझा न करें। यदि धोखाधड़ी होती है तो राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज कराए।
इस अवसर पर डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने कहा कि जिले के साइबर सुरक्षा संवाद कार्यक्रम को आमजनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। जागरूकता के आयोजनों, सोशल मीडिया के माध्यम से लोग लगातार जागरूक हो रहे है। उन्होंने कहा कि आधुनिकता के दौर में तकनीक काम को आसान बना रहा है किन्तु साइबर अपराधी तकनीक का गलत फायदा उठाकर लोगों के पैसे का धोखाधड़ी करने में लगे हुए है। कोई आप से ओटीपी मांगता है तो उसे साफ शब्दों में कहे कि ओटीपी नहीं देंगे हमें कोई काम होगा तो हम बैंक जाकर अपना काम करा लेंगे, किसी संदिग्ध लिंक पर टच न करें, व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से परहेज करते हुए सुरक्षित ऑनलाइन आदते अपनाए। साइबर फ्राड होने पर साइबर हेल्पलाईन नंबर 1930 पर कॉल कर शिकायत जरूर दर्ज कराए इससे होगा यह कि आपका पैसा ठगने वाले व्यक्ति का खाता और रकम तुरंत होल्ड होगा और आपकी रकम वापस मिल सकेगा। साइबर जागरूकता के लिए सूरजपुर पुलिस लगातार कार्य कर रही है किन्तु हम सभी का भी दायित्व है कि साइबर फ्राड रोकने के लिए व्यापक रूप से जन जागरूकता फैलाए ताकि प्रत्येक गांव के अंतिम छोर में रहने वाले व्यक्ति साइबर अपराध के प्रति सचेत रहे और साइबर धोखाधड़ी से बच सके।
नगर पंचायत अध्यक्ष सुखमनिया जगते व एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी ने साइबर सुरक्षा के उपाए बताया और कहा कि किसी भी लालच में न जाए, कोई भी कम समय रकम दोगुना नहीं करता, लॉटरी लगने के नाम पर कैसे धोखाधड़ी की जा रही है उसके बारे में बताया। साइबर सुरक्षा संवाद कार्यक्रम में प्राचार्य आर.बी.सिंह, थाना प्रभारी प्रेमनगर विराट विशि, शिक्षक देव सिंह, अमरजीत सोलंकी, कुमार सिंह, मारर्तण्ड, बी.कंवर, पूनम कश्यप, आशिष एक्का, स्वामी आत्मानंद, आईटीआई व कस्तुरबा गांधी स्कूल व छात्रावास प्रेमनगर के छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।




