बुधवार, 22 अक्टूबर 2025

रक्षित केंद्र सूरजपुर में अस्त्र-शस्त्र व शासकीय वाहनों की पूजा संपन्न, विजयादशमी के शुभ अवसर पर किया गया परम्परा का निर्वहन, डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर सहित अन्य अधिकारियों ने लिया पूजा में भाग। डीआईजी व एसएसपी ने जिले के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों एवं जिलेवासियों को दी विजयदशमी की शुभकामनाएं, जिले के सभी थाना-चौकी में परंपरागत रूप से संपन्न हुई शस्त्र पूजा।

 

सूरजपुर। विजय दशमी सत्य पर असत्य एवं धर्म पर अधर्म की विजय का प्रतीक माना जाता है। प्राचीन परंपरा के अनुसार विजय दशमी पर देवी अपराजिता एवं मां रणचंडी की विशेष पूजा-अर्चना के साथ अस्त्र-शस्त्र की पूजा करने की परंपरा रही है। सूरजपुर पुलिस इस परंपरा को सदैव से निभाते आ रही है।
          इसी कड़ी में गुरूवार, 02 अक्टूबर 2025 को डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने पुलिस लाईन में पुलिस अधिकारियों एवं जवानों के साथ विधि-विधान से अस्त्र-शस्त्र एवं शासकीय वाहनों की पूजा-अर्चना की। पूजा के पश्चात उन्होंने उपस्थित अधिकारियों/कर्मचारियों सहित जिले के समस्त नागरिकों को विजयदशमी की हार्दिक बधाई एवं मंगलकामनाएं प्रेषित कीं। डीआईजी व एसएसपी सहित पुलिस अधिकारियों ने विजयदशमी के अवसर पर हर्ष फायर भी किये।
             इसके साथ ही जिले के सभी थाना एवं चौकियों में भी परंपरागत रूप से अस्त्र-शस्त्र एवं शासकीय वाहनों की पूजा-अर्चना संपन्न की गई। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस.पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी, थाना-चौकी प्रभारी, शस्त्रागार प्रभारी सहित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।