बुधवार, 22 अक्टूबर 2025

नशीली इंजेक्शन विक्रेताओं के विरूद्ध थाना प्रतापपुर पुलिस की बड़ी कार्यवाही, भारी मात्रा में नशीली इंजेक्शन सहित 3 व्यक्ति गिरफ्तार, मोबाईल व 2 मोटर सायकल भी जप्त।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर के सख्त निर्देश पर थाना-चौकी की पुलिस के द्वारा लगातार अवैध कारोबार व सूखा नशा के विरूद्ध कार्यवाही की जा रही है। सोमवार को थाना प्रतापपुर पुलिस ने प्राप्त सूचना पर 2 मोटर सायकल सहित 3 लोगों को पकड़ा जिनके कब्जे से 1 लाख कीमत के 180 नग नशीली इंजेक्शन जप्त कर एनडीपीएस एक्ट की कार्यवाही कर तीनों को गिरफ्तार किया है।
              दिनांक 22.09.2025 को थाना प्रतापपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि 3 व्यक्ति 2 मोटर सायकल में नशीली इंजेक्शन लेकर बिक्री करने पोड़ी चौक के पास ग्राहक की तलाश में घुम रहे है। थाना प्रतापपुर फौरन मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर 2 मोटर सायकल में 3 व्यक्ति (1) संतोष पाल उर्फ बिल्ला पिता स्व. नन्दूपाल उम्र 22 वर्ष ग्राम कृष्णनगर (धमनी) थाना त्रिकुण्डा जिला बलरामपुर (2) बबलू राजवाड़े पिता टेमसाय उम्र 19 वर्ष ग्राम करौदा बस्ती जरही, थाना भटगांव (3) अनिल सिंह पिता स्व. रामाशंकर सिंह उम्र 19 वर्ष ग्राम करौंदा को पकड़ा जिनके कब्जे से एविल इंजेक्शन 90 नग व रेक्सोजेसिक इंजेक्शन 90 नग कुल 180 नग नशीली इंजेक्शन पाया गया। जिसकी बाजारू कीमत करीब 1 लाख रूपये है। मामले में नशीली इंजेक्शन, 3 मोबाईल व 2 मोटर सायकल जप्त कर धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर अमित कौशिक, एएसआई बजरंगी लाल चौहान, प्रधान आरक्षक रविशंकर चौबे, आरक्षक राजकुमार पासवान, रामदयाल राठिया, अपील चौधरी व सत्य नारायण सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।