बुधवार, 13 अगस्त 2025

डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने ली क्राइम मीटिंग, थाना-चौकी के कार्यो का परफॉमेंश जाना, लंबित मामलों के निकाल में तेजी से कार्य करने दिए निर्देश।

 

सूरजपुर। शुक्रवार, 01 अगस्त 2025 को जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर द्वारा जिले के पुलिस अधिकारियों की क्राईम मीटिंग ली, जिसमें गुंडा-बदमाश, अवैध कारोबारियों, तस्करों और संदिग्ध प्रवासियों की पुख्ता चेकिंग सुनिश्चित कराने, क्षेत्र में शांति-सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की रणनीति, गंभीर अपराधों में विवेचना की प्रगति, थाना-चौकी के कार्याे, अपराधों के निकाल, प्रतिबंधात्मक व लघु अधिनियम व ऑपरेशन मुस्कान की समीक्षा कर थानों के परफारमेंश को जाना और लंबित अपराधों एवं शिकायत के निराकरण का ब्यौरा लेते हेतु निराकरण में और तेजी लाने, आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों में पुलिस का खौफ बनाए रखने सख्ती बरतने के निर्देश दिए।
                     डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने थाना-चौकी प्रभारियों को कहा कि जनता की सेवा, सुरक्षा, कानून एवं क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखना ही हमारी सर्वाेच्च प्राथमिकता है, ध्यान दे कि इसमें कोई चूक न हो। माह अगस्त एवं सितम्बर में बेसिक पुलिसिंग का लक्ष्य निर्धारित कर जिलेवासियों को साइबर अपराध, यातायात नियमों, नशे के बचाव के लिए जागरूक कर उनकी समस्याओं को सुनने और त्वरित हल करने की दिशा में तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए। सड़क हादसे रोकने के लिए नागरिकों को जागरूक करने के साथ ही यातायात नियमों के उल्लघंन और लापरवाही पर कार्यवाही करने और ड्राईविंग लायसेंस निलंबित कराने कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि थाना-चौकी प्रभारी खुद नागरिकों की समस्या शिकायत को सुने और निराकरण करें। जमीन संबंधी मामले की शिकायत पर फौरन कार्यवाही के साथ ही बाउन्ड ओव्हर की कार्यवाही कराए व समंस वारंट की तामीली में विशेष रूचि ली जाए।
             लंबित गंभीर अपराधों जिनमें आरोपी अब तक नहीं पकड़े गए ऐसे मामलों में आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित कर पुख्ता विवेचना कर समय सीमा में चालान पेश करने, पुलिस राजपत्रित अधिकारियों को उनके पर्यवेक्षण के थाना-चौकी के कार्यो में और सुधार कराने, थाना के कार्यो का प्रतिदिन मॉनिटरिंग कर अधिनस्थों को जरूरी दिशा-निर्देश देने को कहा। प्रभारियों को सम्पत्ति संबंधी अपराधों पर अंकुश लगाने हेतु प्रभावी गश्त-पेट्रोलिंग करने, आदतन अपराधियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने, अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर सख्ती से कार्यवाही और इसकी सप्लाई चैन को तोड़ने की दिशा में सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करने, कानून-व्यवस्था को प्रभावित करने वाले असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर इनकी गतिविधियों पर निगाह रखते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
             नए बीट प्रणाली को और क्रियाशील कर बीट प्रभारी और स्टाफ को अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय गश्त और आमजन के साथ संवाद बढ़ाने, नियमित रूप से सायबर अपराध, यातायात नियमों, नशे से बचाव संबंधी जानकारियों को बीट वाटसएप पर पोस्ट करने कहा। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस.पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी, डीएसपी रितेश चौधरी, सहित जिले के सभी थाना-चौकी प्रभारी मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।