बुधवार, 13 अगस्त 2025

ऑपरेशन मुस्कान के तहत 1 और बालक को सूरजपुर पुलिस ने किया दस्तयाब।

 

सूरजपुर। दिनांक 26.07.2025 को विश्रामपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत एक व्यक्ति ने थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसका 13 वर्षीय पुत्र दिनांक 24.07.2024 के दोपहर में बिना बताये घर से कही चला गया जिसकी काफी खोजबीन करने पर भी वह नहीं मिला। सूचना पर थाना विश्रामपुर में गुम इंसान कायमी उपरान्त अपहरण की धारा 137(2) बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। ऑपरेशन मुस्कान के तहत गुमशुदगी के मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को हर संभव प्रयास कर नई तकनीक की मदद एवं छोटी-बड़ी जानकारी हासिल कर अपहृत को दस्तयाब करने के निर्देश दिए है।
              अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना विश्रामपुर पुलिस के द्वारा अपहृत बालक लगातार गंभीरतापूर्वक पतासाजी करने के क्रम में जबलपुर, रायपुर रेलवे कंट्रोल रूम एवं इन्क्वायरी नंबर 193 पर फोन एवं वाटसएप पर बच्चे की जानकारी साझा करने पर जानकारी मिली कि अपहृत बालक ट्रेन में सफर कर भिलाई रेलवे स्टेशन में उतरा है। परिजनों से पूछताछ पर जानकारी मिली कि उसके दूर के रिश्तेदार रायपुर में रहते है जिनसे मोबाईल के माध्यम से सम्पर्क कर बालक को लेने के लिए भिलाई भेजा गया जहां बालक सकुशल गया जिसे वापस विश्रामपुर लाया गया। पूछताछ पर बालक ने बताया कि उसे ट्रेन में बैठकर घुमने का मन किया तो ट्रेन और बस में सफर करते हुए भिलाई रेलवे स्टेशन पहुंच गया था। दस्तयाब किए गए गुम बालक को विधिवत उसके परिजनों को दिनांक 31.07.2025 को सुपुर्द किया गया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर प्रकाश राठौर, प्रधान आरक्षक जयप्रकाश तिवारी सक्रिय रही।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।