शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2025

सूरजपुर पुलिस ने 25 लाख कीमत के गांजा व नशीली दवाओं को किया नष्ट, डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने की कार्यवाही।

 

सूरजपुर। बुधवार, 05 फरवरी 2025 को सूरजपुर जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई। पुलिस लाईन परिसर में अस्थायी भट्ठे में मादक पदार्थों को नष्ट किया गया। जिला स्तरीय औषधि निपटान समिति की देखरेख में यह कार्रवाई की गई। इस दौरान एनडीपीएस एक्ट के 14 प्रकरणों में जब्त 61.836 किलोग्राम गांजा, 404 नग इंजेक्शन, 6295 नग टेबलेट, 1438 नग कफ सिरप और 2004 नग कैप्सूल को नष्ट किया गया जिसकी अनुमानित कीमत करीब 25 लाख रूपये है।
          डीआईजी एवं एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने बताया कि यह कार्रवाई केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय की 23 दिसंबर 2022 की अधिसूचना और छत्तीसगढ़ शासन के 21 नवंबर 2024 के निर्देशों के अनुसार की गई। नष्टीकरण की प्रक्रिया डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो और जिला आबकारी अधिकारी इन्द्रबली सिंह मरकण्डेय तथा क्षेत्रीय अधिकारी पर्यावरण संरक्षण मण्डल के पंचान भी मौजूद रहे।

कार्रवाई से पहले छत्तीसगढ़ पर्यावरण से ली अनुमति। 

        कार्रवाई से पहले छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल से अनुमति ली गई और सभी संबंधित विभागों व न्यायालय को सूचना दी गई। जिला पुलिस सूरजपुर ने युवाओं व नागरिकों को नशे से बचाने के लिए भविष्य में भी निरंतर मादक पदार्थों की तस्करी पर सख्त कार्यवाही करने के लिए दृढ़ संकलित है। इस दौरान रक्षित निरीक्षक अशोक गिरी, निरीक्षक जावेद मियादांद सहित पुलिस के अधिकारी व जवान मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।