मंगलवार, 6 अगस्त 2024

हत्या के नियत से टांगी से प्राणघातक हमला करने वाले आरोपी को थाना रामानुजनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 09.07.24 को ग्राम दुर्गापुर चारपारा निवासी बजरंग सिंह ने थाना रामानुजनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके गांव का चंद्रभान सिंह से पूर्व से जमीन विवाद चला आ रहा है, उपरोक्त भूमि को चंद्रभान अपनी भूमि बोलकर इसके साथ झगड़ा विवाद करता है, दिनांक 09.07.24 को विवादित भूमि में चंद्रभान सिंह ट्रेक्टर लगवाकर जोताई करवा रहा था और स्वयं भी खड़ा था उसी समय इसके भाई सूरज सिंह व मनोज के द्वारा मना किया गया जिस पर चंद्रभान सिंह हाथ में टांगी लिए हुए आया और कहने लगा कि यह भूमि हमारी है, पिछले 3 साल से कमा रहा हॅू, कहकर जान से मारने की नियत से टांगी से मनोज व सूरज को प्राणघातक प्रहार कर दिया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 109 भारतीय न्याय संहिता के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया।
        मामले की सूचना पर उप पुलिस महानिरीक्षक व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) ने वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रेमनगर नरेन्द्र सिंह पुजारी के मार्गदर्शन में थाना रामानुजनगर पुलिस ने दबिश देकर आरोपी चंद्रभान सिंह पिता लक्ष्मी नारायण कुमार उम्र 45 वर्ष निवासी नवापारा खुर्द, थाना रामानुजनगर को पकड़ा। पूछताछ पर उसने वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया जिसके निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त टांगी जप्त कर उसे गिरफ्तार किया गया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर राजेन्द्र साहू, एएसआई मनोज पोर्ते, आरक्षक दीपक यादव, विकास सिंह व देवान सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।