मंगलवार, 6 अगस्त 2024

सूरजपुर पुलिस के परिवार परामर्श केन्द्र में 516 जोड़े एक साथ रहने हुए राजी।

 

सूरजपुर। डीआईजी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) के निर्देशन में जिले में संचालित 2 परिवार परामर्श केन्द्र की बैठक प्रत्येक दिवस आयोजित किया जा रहा है। परामर्श केन्द्र में घरेलू एवं आपसी पति-पत्नि के बीच विवाद के मामलों की सुनवाई संवेदनशीलता किया गया जिसमें 516 जोड़े एक साथ रहने को राजी हुए है। परामर्श देने वाली टीम लगातार ऐसे परिवारों जो कि टूटने के कगार पर पहुंच गए हैं उन्हें जोड़ने का काम कर रही है।
          अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो के मार्गदर्शन में परामर्श केन्द्र में हुए काउंसलिंग से वर्ष 2022 में 208, वर्ष 2023 में 199 एवं वर्ष 2024 में अब तक 109 कुल 516 बिछुडे़ जोड़े के बीच सकारात्मक रूप से चर्चा कर काउंसलिंग कर आपसी समझौता कराया गया जो सभी जोड़े सुखी जीवन जीने के लिए राजी हुए। 503 मामले में दोनों पक्षों के उपस्थित नहीं होने अथवा समझौता की बात नहीं बनी। समझौता नहीं हो पाने के मामले में उन्हें न्यायालय जाने की सलाह दी गई।
       परिवार बिखरे न इसी उद्देश्य से डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर के निर्देश पर जिले के परिवार परामर्श केन्द्र सूरजपुर व महिला पुलिस सहायता केन्द्र जरही के द्वारा प्रत्येक दिवस इस प्रकार की शिकायतों पर दोनों पक्षों के मध्य एक बेहतर एवं स्वच्छ वातावरण में काउंसिलिंग के माध्यम से समझाईश देकर पति-पत्नी के बीच आपसी समझौता लगातार कराया जा रहा है। काउंसलिंग में एसआई पुष्पा तिर्की, एएसआई नीलकुसूम, सामाजिक कार्यकर्ता जयश्री टेकाम, रंजना सिंह, अधिवक्ता विमला राजवाड़े, वालेंटियर विकास प्रजापति, नोविन राजवाड़े, प्रधान आरक्षक शिवेन्द्र परिहार, महिला आरक्षक तिर्कीरोश, आरक्षक राधाकृष्ण पैंकरा, तिलेश्वर सिंह, महिला नगर सैनिक सुशीला यादव व रानी कनेडिया सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।