मंगलवार, 6 अगस्त 2024

पंचायत भवन से समरसिबल पम्प चोरी सहित 3 अन्य चोरियों का थाना प्रतापपुर पुलिस ने खुलासा कर एक विधि विरूद्ध संघर्षरत् बालक सहित 4 को किया गिरफ्तार।

सूरजपुर। दिनांक 23.07.24 को ग्राम गोंदा निवासी सीनोद कुमार कौशिक ने थाना प्रतापपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 22.07.24 के शाम से 23.07.24 के सुबह 6 बजे के मध्य किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा पंचायत भवन के बाउंड्री वाल के अंदर लगा समरसिबल पम्प को चोरी कर लिया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना प्रतापपुर में अपराध क्रमांक 215/24 धारा 331(4), 305 बीएनएस के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर डीआईजी एवं एसएसपी सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भापुसे) ने अज्ञात चोर की हरसंभव पतासाजी कर जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। एएसपी संतोष महतो व एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम के मार्गदर्शन में थाना प्रतापपुर पुलिस ने विवेचना करते हुए आरोपी की पतासाजी के दौरान संदेही हीराचंद बरगाह को पकड़ा। पूछताछ पर उसने बताया कि दिनांक 22.07.24 के रात्रि में पंचायत भवन परिसर में लगा समरसिबल पम्प को अपने भाई व गांव के वीरसाय के साथ चोरी करना स्वीकार करते हुए इसके अलावे तीनों अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर पूर्व में भी पंचायत भवन से एक समरसिबल पम्प और हरिनंदन राजवाड़े का 2 समरसिबल पम्प चोरी कर तीनों पम्प को गांव के रिंकू सिंह को बिक्री करना बताए, प्रार्थी के चोरी किए गए पम्प को अपने घर के पीछे छिपाकर रखना बताते हुए अपने मेमोरण्डम कथन के आधार पर उक्त समरसिबल पम्प को जप्त कराया। प्रकरण के अन्य आरोपियों की पतासाजी करते हुए खरीददार आरोपी विवेक सिंह उर्फ रिंकू से चोरी के 3 नग समरसिबल पम्प जप्त कर प्रकरण में धारा 317(2), 3(5) बीएनएस जोड़ी गई है। आरोपियों से कुल 04 नग समरसिबल पम्प एवं केबल तार कुल कीमत 40 हजार 4 सौ रूपये का जप्त कर आरोपी (1) हीराचंद पिता स्व. सोहर साय बरगाह उम्र 20 वर्ष (2) वीर साय पिता हीरालाल देवांगन उम्र 18 वर्ष 1 माह (3) विवेक सिंह उर्फ रिंकू पिता परमेश्वर सिंह उम्र 30 वर्ष सभी निवासी ग्राम गोंदा, थाना प्रतापपुर को गिरफ्तार किया गया वहीं मामले में एक विधि विरूद्ध संघर्षरत बालक को पकड़कर विधि अनुसार किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया।
        इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, प्रधान आरक्षक राहुल गुप्ता, रजनीश त्रिपाठी, विनोद परीडा, आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, भीमेश आर्मो, निशांत टोप्पो, निरंजन एक्का व राजू एक्का सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।