मंगलवार, 13 अगस्त 2024

अंतर्राज्जीय चोर गिरोह के सदस्य को थाना सूरजपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार। सोने-चांदी की बिक्री रकम 1 लाख 40 हजार रूपये व चांदी के गहने बरामद

सूरजपुर। दिनांक 03.06.24 को स्थानीय विकास ज्वेलर्स संचालक विकास सोनी ने थाना सूरजपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 02.06.24 के रात्रि में अज्ञात चोर के द्वारा दुकान का ताला तोड़कर 150 ग्राम सोने का जेवर व 3 किलो चांदी व नगदी रकम 4 लाख 20 हजार रूपये को चोरी कर ले गए। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात चोर के विरूद्ध अपराध क्र. 306/24 धारा 457, 380 के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।

मामले की सूचना पर डीआईजी/एसएसपी सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भापुसे) ने एएसपी संतोष महतो, थाना सूरजपुर की पुलिस सहित एफएसएल टीम व डॉग स्क्वार्ड को मौके पर भेजते हुए साक्ष्य संकलन करने के निर्देश दिए और चोरी के मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले का खुलासा कर आरोपी को पकड़ने पुलिस की टीम गठित कर लगाया था। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो के मार्गदर्शन में पुलिस टीम लगातार विवेचना करते हुए विकास ज्वेलर्स सहित सूरजपुर शहर सहित जिलों के संभावित मार्गो के करीब 100 सीसीटीव्ही फुटेज खंगाला साथ ही प्रदेश में अन्य जिलों में इस प्रकार की वारदात को अंजाम देने से संबंधित सीसीटीव्ही फुटेज प्राप्त कर अवलोकन किया गया।

इसी क्रम में पूर्व में चोरी की वारदात में संलिप्त संदेही/आरोपियों के जानकारी संकलित कर दूसरे जिले की पुलिस से जानकारी साझा कर तस्दीक किया गया साथ ही नई तकनीक की भी मदद ली गई जिसके आधार पर संदेही विजय कुमार बसोर पिता शिवप्रसाद बसोर उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम लामीदाह थाना सरई, जिला सिंगरौली को ग्राम उज्जैनी थाना बरगवां जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश से पकड़ा गया। पूछताछ पर उसने बताया कि इसके द्वारा चोरी करने वाले गैंग के सदस्य के रूप में कार्य किया जा रहा था, गैंग के अन्य सदस्य बड़का बसोर व 2 अन्य साथियों के साथ मिलकर विकास ज्वेलर्स से सोने-चांदी का जेवर व नगदी रकम चोरी करना स्वीकार किया। चोरी के माल व नगदी रकम को आपस में बांट लेना बताया तथा सोने चांदी को बाद में गुड्डा बनिया व मनीष सोनी उर्फ शशांक निवासी बैढ़न को बिक्री करना बताया। आरोपी के निशानदेही पर उसको हिस्से में प्राप्त नगद व जेवर बिक्री से मिली रकम 1 लाख 40 हजार रूपये, चांदी के 14 नग पायल, करधनी 2 नग, बिछिया 7 नग, अंगूठी 10 नग व अन्य चांदी जैसे जेवर, घटना में प्रयुक्त सब्बल को जप्त किया गया है और मामले में आरोपी विजय कुमार बसोर को विधिवत् गिरफ्तार किया गया है।

विवेचना में पाया गया कि प्रार्थी के द्वारा नगदी रकम 4 लाख 20 हजार रूपये चोरी होना बताया गया था जो 2 लाख 80 हजार रूपये ही होना पाया गया है, इसी प्रकार चोरी गए सोने-चांदी की मात्रा भी कम होने की बात सामने आ रही है जिसकी तस्दीक की जा रही है।

उक्त आरोपी द्वारा जिला सूरजपुर के विकास ज्वेलर्स के अलावे गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर बिलासपुर जिले के सीपत, चकरभाटा तथा जांजगीर-चाम्पा के कोटमी सोनार में भी सोने-चांदी के जेवर चोरी करना बताया है जिसके संबंध में संबंधित जिले के थानों को भी सूचित किया गया है। इस गैंग के सदस्य बड़का बसोर, गुड्डा बनिया तथा मनीष सोनी जो बिलासपुर जेल में बंद है जिनका प्रोडेक्शन वारंट जारी करवाकर प्रकरण से संबंधित शेष बरामदगी की कार्यवाही जल्द की जायेगी, 2 अन्य आरोपियों की आरोपियों की धरपकड़ के लिए टीम भेजी गई है।

डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर ने बताया कि पकड़े गये आरोपी ने बड़ा खुलासा करते हुए बताया है कि यह चोर गिरोह छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों के अलावा पूर्व में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, पंजाब सहित अन्य राज्यों में भी चोरी की वारदात को अंजाम देते रहे है इस कारण वे काफी व्यवसायिक तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम देते है और कोई सुराग मौके पर नहीं छोड़ते थे जिसके कारण यह मामला पुलिस के लिए बड़ी चुनौतियों से भरा रहा।

कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व सीएसपी एस.एस.पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सूरजपुर विमलेश दुबे, थाना प्रभारी चांदनी रूपेश कुंतल एक्का, प्रधान आरक्षक तालीब शेख, अदीप प्रताप सिंह, आरक्षक अखिलेश पाण्डेय, रौशन सिंह, लक्ष्मी नारायण मिर्रे, रामकुमार नायक, हरिशंकर सिंह व रविराज पाण्डेय सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।