शनिवार, 29 जून 2024

आईजी यातायात ने नोडल अधिकारी व प्रदेश के सभी यातायात प्रभारियों की ली वर्चुअल बैठक।

 

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ में अज्ञात वाहन से दुर्घटना होने पर मृतक के आश्रितों को 2 लाख तथा घायलों को 50 हजार रुपए मुआवजा दिए जाने की योजना के क्रियान्वयन तेजी से कराने एवं प्रत्येक सड़क दुर्घटना के मामले की सम्पूर्ण जानकारी आई-रेड पोर्टल पर अपलोड करने तथा सड़क दुर्घटना की दर कम करने व हादसों पर रोक लगाने की रणनीति पर काम करने को लेकर गुरूवार, 09 मई 2024 को आईजी यातायात रायपुर श्रीमती नेहा चम्पावत व एआईजी यातायात श्री संजय शर्मा के द्वारा सभी जिलों के नोडल अधिकारी व यातायात प्रभारियों की वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया।
            इस वर्चुअल बैठक में आईजी श्रीमती नेहा चम्पावत ने कहा कि अज्ञात वाहन से दुर्घटना के मामले में मृतक के परिजन को 2 लाख रूपये एवं गंभीर रूप से घायल को 50 हजार रूपये देने का प्रावधान है इसके लिए 30 दिन के भीतर सभी सुसंगत दस्तावेज के साथ मोटर एक्सीडेंट ट्राइब्यूनल को राहत प्रकरण भेजना अनिवार्य है। जिले के समस्त थाना-चौकी प्रभारी ऐसे दुर्घटना के मामले में समय सीमा में प्रकरण प्रस्तुत करें तथा घटना होने के फौरन बाद मौके पर जाकर इसका इन्द्राज आईरेड में सभी जानकारी, फोटो-विडियों के साथ करने के निर्देश दिए गए। बैठक में सड़क दुर्घटना को रोकने के दिशा में रणनीति पर भी चर्चा हुई। वर्चुअल बैठक में यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय, डीआरएम जयप्रकाश मेश्राम मौजूद है।
          उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) के निर्देशन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संतोष महतो के मार्गदर्शन में जिले के थाना-चौकी व यातायात प्रभारी के द्वारा सड़क हादसों को रोकने की दिशा में प्रभावी तौर पर कार्य किया जा रहा है साथ ही सभी सड़क हादसों के बारे में पूर्ण विवरण आईरेड पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है साथ ही यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों पर कार्यवाही भी लगातार जारी है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।