शनिवार, 29 जून 2024

एनडीपीएस एक्ट के मामले में फरार चल रहे आरोपी को थाना प्रतापपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। दिनांक 14.11.23 को थाना प्रतापपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली कि राजपुर की ओर से प्रतापपुर होते हुए वाड्रफनगर की ओर पल्सर मोटर सायकल में 2 व्यक्ति नशीली कफ सिरप लेकर बिक्री करने जाने कि सूचना पर ग्राम चांचीडांड में घेराबंदी लगाया जो पुलिस को देखकर मोटर सायकल चालक व पीछे बैठा व्यक्ति मोटर सायकल छोड़कर भाग निकले। मोटर सायकल की तलाशी लेने पर बैग से 260 नग ऑनरेक्स कफ सिरप बरामद किया गया जिसकी बाजारू कीमत करीब 1 लाख 20 हजार रूपये है। मामले में नशीली कफ सिरप व परिवहन में प्रयुक्त मोटर सायकल जप्त कर धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया है और दिनांक 07.04.24 को फरार आरोपी सूरज कुमार सूर्यवंशी को लटोरी से पकड़ा गया था वहीं मामले में दीपक शील उर्फ माटूल फरार था जिसकी लगातार पतासाजी की जा रही थी।
          उप पुलिस महानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री एम.आर.आहिरे (भा.पु.से.) ने पुलिस अधिकारियों को आपराधिक प्रकरण में फरार चल रहे आरोपियों को गंभीरतापूर्वक पतासाजी कर धर दबोचने के कड़े निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो व एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम के मार्गदर्शन में थाना प्रतापपुर पुलिस फरार आरोपी की पतासाजी में लगी थी इसी बीच प्राप्त सूचना के आधार पर अम्बिकापुर में घेराबंदी कर आरोपी दीपक शील उर्फ माटूल पिता पवित्रो शील उम्र 24 वर्ष ग्राम तर्रापानी गांधीनगर अम्बिकापुर को पकडा गया और विधिवत् गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, प्रधान आरक्षक रजनीश त्रिपाठी, रामाधीन श्यामले, आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, राजेश तिवारी, अवधेश कुशवाहा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।