बुधवार, 7 फ़रवरी 2024

अंधे कत्ल का खुलासा कर चौकी खड़गवां पुलिस ने किया आरोपी को गिरफ्तार।


सूरजपुर। दिनांक 26.01.2024 को ग्राम पाठकपुर निवासी सोनिया यादव ने चौकी खड़गवां में सूचना दिया कि इसका पति बुद्धेश्वर यादव दिनांक 25.01.24 को छेरता त्यौहार में खा पीकर शाम को त्यौहार मनाना है कहकर घर से निकला था जो रात तक घर वापस नहीं आया तो सोची कि गांव में किसी रिश्तेदार के घर रूक गया होगा, अगली सुबह घर से कुछ दूरी पर पति का शव तालाब के पानी में डुबा हुआ मिला। सूचना पर चौकी खड़गवां पुलिस मर्ग कायमी कर मौके पर पहुंची।
               मृतक का शव संदिग्ध अवस्था में मिलने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री आई कल्याण एलिसेला ने मामले में साक्ष्य संकलन करते हुए बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए। जांच के दौरान मृतक के द्वारा गांव के श्याम सिंह को किसी बात को लेकर अभद्र बात करने की जानकारी सामने आई जिसके बाद संदेही श्याम सिंह को पकड़ा गया। पूछताछ पर उसने बताया कि इसकी बहन के बारे में मृतक बार-बार अभद्र शब्दों का प्रयोग करता था जिससे तंग आकर 25 जनवरी के रात्रि में मृतक को उसके घर छोड़ने जाते समय रास्ते में तालाब पास मृतक से लड़ाई-झगड़ा करते हुए तालाब में ले जाकर पानी में डुबाकर हत्या कर दिया और साक्ष्य छुपाने के लिए उसके कपड़ों को उताकर तालाब के पानी में फेंक देना बताया। मामले में आरोपी श्याम सिंह पिता स्व. राजेश सिंह ग्राम पाठकपुर चौकी खड़गवां को गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल व एसडीओपी प्रतापपुर अरूण नेताम के मार्गदर्शन में चौकी प्रभारी खड़गवां योगेन्द्र जायसवाल, एएसआई कृष्णा सिंह, प्रधान आरक्षक संजय सिंह यादव, विनय किस्पोट्टा, देवराज, आरक्षक रामाधार सिंह, राकेश सिदार, मनोज, कृष्णकांत पाण्डेय, अनिल व भगत सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।