सोमवार, 1 मई 2023

सूरजपुर पुलिस की कार्रवाई। आईपीएल क्रिकेट मैच पर सट्टा खेला रहे पांच लोगों को थाना प्रतापपुर पुलिस ने पकड़ा

सूरजपुर। थाना प्रतापपुर पुलिस ने सोमवार को आईपीएल क्रिकेट मैच पर मोबाईल-लेपटाप में महादेव बुक के जरिए ऑनलाईन जुआ-सट्टा खेला रहे 5 आरोपियों को पकड़ा है जिनके विरूद्ध छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम 2022 की धारा 6, 7 के तहत कार्यवाही कर गिरफ्तार किया है। दिनांक 01.05.2023 को थाना प्रतापपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि ग्राम खोरमा सरनापारा स्थित किराये के क्वार्टर में आईपीएल क्रिकेट मैच पर मोबाईल एवं लेपटाप में महादेव ऐप के जरिए ऑनलाईन पैसा का हारजीत का दाव लगाकर जुआ सट्टा पट्टी खेला जा रहा है। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री राम गोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के सतत् मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने इसे गंभीरता से लेते हुए फौरन पुलिस टीम गठित कर सतर्कता के साथ कार्यवाही करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस की टीम ने मुखबीर से प्राप्त सूचना के आधार पर दबिश देकर आरोपी अनिल यादव पिता शंकर लाल यादव उम्र 25 वर्ष सा. केलाबाड़ी, थाना पदम्भनामपुर जिला दुर्ग, बिलास सिंघारे पिता नंद सिंघारे उम्र 26 वर्ष निवासी केलाबाड़ी, थाना पदम्भनामपुर जिला दुर्ग, मोहम्मद उमर अली पिता मोहम्मद जलील उम्र 28 वर्ष निवासी जेलपारा, थाना सूरजपुुर, मोहम्मद अमन पिता मोईयुद्दीन उम्र 25 वर्ष निवासी जेलपारा, थाना सूरजपुर, विजय चन्द्राकर पिता श्रवण चन्द्राकर उम्र 41 वर्ष निवासी आमालोरी, थाना पाटन जिला दुर्ग को पकड़ा जिनके कब्जे से 25 नग एन्ड्राईड मोबाईल, 3 नग लेपटाप, चार्जर, इन्वार्टर बैट्री, पेन मार्कर, 2 नग मोटर सायकल कुल कीमत 5 लाख 3 हजार रूपये का जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध छत्तीसगढ़ जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम 2022 की धारा 6, 7 के तहत कार्यवाही कर गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर लक्ष्मण सिंह धुर्वे, निरीक्षक नीलाम्बर मिश्रा, एसआई राजेश तिवारी, नवल किशोर दुबे, एएसआई मंत्रीराम मिंज, प्रधान आरक्षक राजेश यादव, रामाधीन श्यामले, महेन्द्र पटेल, घुनेश्वर केरकेट्टा, आरक्षक प्रवीण सिंह, मनोज राय, अवधेश कुशवाहा, रौशन सिंह, अनिल एक्का, इन्द्रजीत सिंह, अरविन्द पाण्डेय, निरंजन एक्का सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।