गुरुवार, 23 फ़रवरी 2023

अवैध कोयला के कारोबार पर सूरजपुर पुलिस की लगातार कार्यवाही जारी, 20 हजार रूपये कीमत के 4 टन कोयला व परिवहन में प्रयुक्त ट्रेक्टर सहित 3 गिरफ्तार

सूरजपुर अवैध कोयला के कारोबार पर जिले की पुलिस का एक्शन लगातार देखा जा रहा है। कोयला चोरी तथा अवैध रूप से कोयला परिवहन पर अंकुश लगाने के लिए प्राप्त होने वाली सूचना पर पुलिस लगातार कार्यवाही करने में जुटी हुई है। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) के सतत मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने अवैध कोयला के कारोबार पर पूर्ण रूप से अंकुश लगाने के निर्देश थाना-चौकी प्रभारियों को दिए है। इसी क्रम में दिनांक 17.02.2023 को थाना रामानुजनगर पुलिस को साइबर प्रहरी कार्यक्रम से जुड़े एक प्रहरी ने सूचना दिया कि ग्राम मंहगई स्कूलपारा निवासी विकास जायसवाल अपने घर के पीछे चोरी का कोयला अवैध रूप से एकत्रित करके रखा है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची जहां विकास जायसवाल के घर के पीछे लावारिश हालत में अवैध कोयला करीब 4 टन कीमत करीब 20 हजार रूपये का पाया गया जिसे धारा 102 जा.फौ. के तहत कार्यवाही कर जप्त किया गया और वहीं के एक व्यक्ति को सुपुर्दनामा पर सौंपा गया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में रामानुजनगर पुलिस ने जांच के दौरान पाया गया कि जप्त कोयला विकास जायसवाल के द्वारा अवैध रूप से खरीदी कर घर के पीछे रखवाया था जिसके बाद पुलिस ने विकास को पकड़ा। पूछताछ पर उसने बताया कि गेतरा निवासी धनराज सिंह के ट्रेक्टर से नावापारा खुर्द निवासी आमीन खान अपने लिए चोरी का कोयला मंगवा रहा था जिसे विकास के द्वारा सौंदा कर अपने घर के पीछे रखवाया था। उक्त कोयला चोरी का होने पर धारा 41(1-4)/379 भादसं. के तहत कार्यवाही कर आरोपी विकास जायसवाल पिता राजेन्द्र प्रसाद जायसवाल उम्र 30 वर्ष निवासी मंहगई, थाना रामानुजनगर, धनराज सिंह पिता नहर सिंह उम्र 34 वर्ष निवासी ग्राम गेतरा, थाना सूरजपुर व आमीम खान पिता सुबेदार खान उम्र 37 वर्ष निवासी नवापारा खुर्द, थाना रामानुजनगर को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में एसआई मनी प्रसाद राजवाड़े, एएसआई बिसुनदेव पैंकरा, माधव सिंह, आरक्षक महेन्द्र प्रताप सिंह, धनंजय साहू, कौशलेन्द्र सिंह, सम्हर लाल पोर्ते, सैनिक मानसाय, नारेन्द्र, दिनेश व पंकज सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।