सूरजपुर दिनांक 30.01.2023 को ग्राम करवां माझापारा निवासी प्रेमकुमारी राजवाड़े ने चौकी लटोरी में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 30 जनवरी के रात्रि में इसका मझिला लड़का प्राणसाय व बहू लालो दोनों अपने कमरे से बाहर घर के आंगन में निकल कर लड़ रहे थे जिस पर इसके द्वारा दोनों को डांटने पर लकड़ा अपनी पत्नी का हाथ पकड़कर घर अंदर ले गया जिसके बाद यह सोने चली गई करीब 1 घंटा बाद दो बार पासने की आवाज आने पर यह लड़के के कमरे की खिड़की से क्या कर रहे हो कहने पर प्राणसाय बोला कि तुम्हारी बहु गई, इसके बाद दरवाजा खोलने पर देखी कि बहु लालो खून से लतपथ पड़ी थी प्राणसाय हाथ में टांगा रखा था हल्ला करने पर वह भागने लगा जिसे यह और लड़का अमृत पकड़े तो प्राणसाय टांगा से अमृत को मारकर भाग गया। प्राणसाय टांगा से मारकर बहु की हत्या कर दिया है। प्रार्थियां की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 29/23 धारा 302, 323 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने आरोपी का जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश चौकी प्रभारी को दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में चौकी लटोरी पुलिस ने दबिश देकर आरोपी प्राणसाय राजवाड़े उर्फ प्रानसाय पिता स्व. शिवशंकर राजवाड़े उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम करवां माझापारा, चौकी लटोरी को पकड़ा। पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि संबंध बनाने से इंकार करने पर क्रोध में आकर पत्नी की टांगा से मारकर हत्या कर दिया। आरोपी के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त आलाजरब जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी लटोरी, प्रधान आरक्षक पिंगल मिंज, उदय सिंह, आरक्षक अम्बिका मरावी, कुंदन सिंह, पिताम्बर सिंह, बुधनाथ व नंदकिशोर राजवाड़े सक्रिय रहे।
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'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।