शुक्रवार, 20 जनवरी 2023

पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज के ऑपरेशन ईगल के तहत सूरजपुर पुलिस ने स्थाई वारंट तामीली का शतक किया पूरा


  • स्थाई वारंट के धरपकड़ अभियान में 101 वारंटी पकड़े गए
  • सर्वाधिक 34 स्थाई वारंट थाना सूरजपुर द्वारा किया गया तामील
  • छेड़छाड़, मारपीट, चोरी, नकबजनी, आबकारी एक्ट आदि प्रकरणों के है ये आरोपी
सूरजपुर। आईजी सरगुजा रेंज श्री रामगोपाल गर्ग (भा.पु.से.) ने फरार स्थाई वारंटियों की धरपकड़ के लिए दिनांक 4 से 20 जनवरी 2023 तक आपरेशन ईगल चलाने के निर्देश दिए थे जिसके बाद से अब तक सूरजपुर पुलिस के द्वारा जिले सहित दिगर जिलों से 101 स्थाई वारंटियों को धर दबोचा और वारंट तामीली का शतक पूरा कर लिया है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने थाना-चौकी में लंबित स्थाई वारंटों की पूरी जानकारी लेते हुए प्रभारियों को वारंट तामीली गंभीरतापूर्वक करने और किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने के सख्त निर्देश दिए थे और पुलिस राजपत्रित अधिकारियों को इसकी मॉनिटरिंग के लिए लगाया था। पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह सहित जिले के सभी पुलिस राजत्रित अधिकारियों के मार्गदर्शन में स्थाई वारंट तामीली के लिए चलाए गए इस अभियान में थाना-चौकी प्रभारी व उनकी टीम ने 4 से 20 जनवरी के मध्य 101 स्थाई वारंट तामील किया है।
        वर्षों से फरार चल रहे स्थाई वारंटी की धरपकड़ के लिए चलाए गए अभियान ऑपरेशन ईगल में सर्वाधिक 34 स्थाई वारंट थाना सूरजपुर के द्वारा तामील किया गया इसके अलावा थाना भटगांव 18, विश्रामपुर 11, प्रतापपुर 6, जयनगर 6, झिलमिली 5, रामानुजनगर 5, चांदनी 4, चंदौरा 3, ओड़गी 3, प्रेमनगर 4, रमकोला ने 2 कुल 101 स्थाई वारंट तामील किया है। छेड़छाड़, मारपीट, चोरी, नकबजनी, आबकारी एक्ट सहित विभिन्न मामलों में वर्षो से फरार स्थाई वारंटियों को पकड़ा गया। जिले के पुलिस राजपत्रित अधिकारियों के द्वारा लगातार इस अभियान की मॉनिटरिंग की गई। पुलिस ने पकड़े गए सभी वारंटियों को माननीय न्यायालय में पेश किया गया है। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।