शनिवार, 28 जनवरी 2023

थाना भटगांव पुलिस ने 4 क्विंटल चोरी का कबाड़ सहित 1 को किया गिरफ्तार

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू (भा.पु.से.) ने अवैध कारोबार पर पूर्णतः अंकुश लगाने के निर्देश थाना-चौकी प्रभारियों को दिए थे जिसके बाद से ही थाना-चौकी की पुलिस के द्वारा अवैध धंधे पर कार्यवाही करने में लगी हुई है। इसी क्रम में दिनांक 28.01.2023 को थाना भटगांव पुलिस को सूचना मिला कि पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 15 एएम 8623 में एसईसीएल सीएचपी खदान भटगांव से लोहे का कबाड़ चोरी कर अम्बिकापुर की ओर ले जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व डीएसपी मुख्यालय नंदिनी ठाकुर के मार्गदर्शन में थाना भटगांव पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए तेलगांव चौक के पास घेराबंदी कर पिकअप वाहन को रोकवाया गया। पिकअप की तलाशी लेने पर उसमें लोहे का कबाड़ लोड़ होना पाया। पिकअप वाहन चालक रामानंद सोनी पिता सुरेन्द्र सोनी उम्र 26 वर्ष निवासी इंद्रा कालोनी भटगांव से कबाड़ खरीदी बिक्री करने का दस्तावेज की मांग किए जाने पर कोई दस्तावेज प्रस्तत नहीं किया। पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि सीएचपी खदान भटगांव से लोहे का कबाड़ चोरी कर परिहवन किया जा रहा था। पिकअप में लोड कबाड़ चोरी का होने की पूर्ण संभावना पर धारा 41(1-4)/379 भादसं के तहत कार्यवाही कर लोहे का कबाड़ 4 क्वींटल कीमत 20 हजार रूपये एवं परिवहन में प्रयुक्त पिकअप वाहन को जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव शरद चन्द्रा, एसआई सी.पी.तिवारी, प्रधान आरक्षक संजय चौहान, आरक्षक प्रकाश साहू, रजनीश पटेल, नौशाद खान, कमलेश सिंह, प्रहलाद पैंकरा व शैलेश राजवाड़े सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।