सोमवार, 12 दिसंबर 2022

नशा मुक्ति को लेकर चौकी करंजी पुलिस ने निकाली जागरूकता रैली

सूरजपुर। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज सरगुजा श्री रामगोपाल गर्ग व पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू के निर्देशानुसार नशा से आजादी अभियान के तहत सोमवार को करंजी पुलिस के द्वारा विशाल नशा मुक्ति जागरूकता रैली निकाल कर नशा मुक्ति की अपील की गई। रैली में बड़ी संख्या में महिला, भारत माता वाहिनी, महिला समूह व स्कूली छात्राएं हाथ में जागरूकता तख्ती लेकर शामिल हुए। इस दौरान महिला समूह और करंजी हाईस्कूल के छात्रों ने नारेबाजी के साथ आमजनों को नशे से दूर रहने की अपील की। रैली करंजी से शुरू होकर नगर के मुख्य मार्ग, प्रमुख चौक-चौराहों से होते हुए सोहागपुर में समाप्त हुई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में निकाले गए नशा मुक्ति जागरूकता रैली में करंजी चौकी प्रभारी संजय गोस्वामी ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि आज के युवाओं का नशे के प्रति आकर्षण और अपने कैरियर के प्रति जागरूक ना होने जैसी समस्या समाज में अधिक देखने को मिल रहा है। नशा करना बुरी बात है, इससे समाज व खुद के परिवार में बुरा प्रभाव पड़ता है। इस आदत को हमें दूर भगाना है और नशे से आजादी पाना है। समाज के हर वर्ग से नशा को मिटाने में सहयोग की अपील करते हुए नशामुक्ति अभियान में भागीदारी देने की अपील करते हुए कहा कि नशे के कारोबारियों की सूचना पुलिस की दी जाए। सूचना देने वाले का नाम व पता पूरी तरह से गुप्त रखा जायेगा। ज्ञात हो कि नशे से मुक्ति अभियान के प्रचार-प्रसार को लेकर करंजी चौकी पुलिस गांव, मोहल्लों, साप्ताहिक बाजारों, स्कूल में जाकर जनचौपाल के माध्यम से लोगों को नशे से दूर रहने व नशे से छुटकारा पाने की उपाय के संबंध में लगातार जानकारी दे रही है। नशा मुक्ति जागरूकता रैली में चौकी प्रभारी करंजी संजय गोस्वामी, प्रधान आरक्षक उमाशंकर कुशवाहा, नवीन सिंह, राजकुमार सिंह आरक्षक मितेश मिश्रा, मनोज सिरादर, इमरान खान, दीपक, सतनारायण सिंह, राजू तिवारी सैनिक प्रदीप गुप्ता, प्रवीण मिश्रा, साहिब गनी महिला समूह से अध्यक्ष इंद्रावती राजवाड़े, सोनमती राजवाड़े, साधना राजवाड़े, फुलेश्वरी, रानिया बाई सहित स्कूली छात्राएं उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।