सोमवार, 5 दिसंबर 2022

विश्रामपुर के एक्सीवेशन वर्कशॉप में हुए चोरी मामले में 2 गिरफ्तार, थाना विश्रामपुर पुलिस की कार्यवाही। 12 लाख रूपये कीमत के सामान तथा पिकअप वाहन जप्त

सूरजपुर। विश्रामपुर एक्सीवेशन वर्कशॉप के सिनियर आफिसर उमेश प्रसाद ने थाना विश्रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 3 दिसम्बर को वर्कशॉप का गेट को लॉक कर कर चला गया, अगले दिन सुबह वर्कशॉप आया तो देखा कि वर्कशाप से 24 नग ग्रेडर मशीन का कटिंगएज प्लेट वहां नहीं था किसी अज्ञात चोर के द्वारा चोरी कर लिया गया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 256/22 धारा 457, 380 भादसं के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने चोरों की गंभीरतापूर्वक पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश थाना प्रभारी को दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में थाना विश्रामपुर पुलिस चोर की पतासाजी में लगी थी, इसी बीच थाना प्रभारी को मुखबीर से सूचना मिली कि गांगीकोट रोड़ एसईसीएल नर्सरी में एक पिकअप वाहन संदिग्ध अवस्था में खड़ा है जिसमें लोहे का प्लेट लोड़ है। सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए घेराबंदी कर पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 29 ए 3902 जिसमें संजय विश्वकर्मा पिता स्व. बंशीलाल उम्र 39 वर्ष निवासी पुराना बाजारपारा सूरजपुर व करमजीत सिंह उर्फ करमू पिता स्व. अमर सिंह उम्र 49 वर्ष निवासी विश्रामपुर को पकड़ा गया। पिकअप की तलाशी लेने पर उसमें 24 नग ग्रेडर मशीन का कटिंग एज कीमत 12 लाख रूपये का पाया गया। पूछताछ पर दोनों के द्वारा एक्सीवेशन वर्कशॉप विश्रामपुर से चोरी करना स्वीकार किया। मामले में 24 नग ग्रेडर मशीन का कटिंग एज व पिकअप वाहन को जप्त कर दोनों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर के.डी.बनर्जी, एएसआई सोहन सिंह, प्रधान आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, आरक्षक मुकेश साहू व अपील चौधरी सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।