गुरुवार, 13 अक्तूबर 2022

सूरजपुर के सभी थानों में एम पासपोर्ट सुविधा जल्द शुरू होगी-पुलिस अधीक्षक। जिला पुलिस कार्यालय में एम पासपोर्ट बनाने को लेकर आयोजित हुआ एक दिवसीय प्रशिक्षण।

सूरजपुर। छत्तीसगढ़ में पासपोर्ट बनवाने की प्रक्रिया में पुलिस सत्यापन कार्य को सरल बनाते हुए आम नागरिकों को सुविधा प्रदान करने के लिए शासन के निर्देशानुसार जिला पुलिस कार्यालय सूरजपुर में मंगलवार, 11 अक्टूबर को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री अजय कुमार यादव, पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह, डीएसपी मुख्यालय नंदिनी ठाकुर एवं मास्टर ट्रेनर्स जिला सरगुजा के निरीक्षक जॉन प्रदीप लकड़ा व प्रधान आरक्षक तारकेश्वर केसरी के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
                पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने बताया कि अब पुलिस सत्यापन एम-पासपोर्ट एप के माध्यम से होगा, उपरोक्त प्रक्रिया को जल्द ही समस्त थानों में प्रारंभ किया जायेगा जिससे पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया सरल होगी, पासपोर्ट सत्यापन की पूर्व की प्रक्रिया में आवेदक को पुलिस कार्यालय में उपस्थित होना पड़ता था। अब यह व्यवस्था लागू होने के बाद पुलिस आवेदक द्वारा दिये गये पते पर पहुंचकर सत्यापन करेगी, जिससे आम जनता का समय की बचत होगी और पुलिस की उपस्थिति जनता के मध्य दर्ज हो सकेगी। जिले के थाना-चौकी प्रभारी एवं जिला विशेष शाखा प्रभारी, सीसीटीएनएस प्रभारी एवं अन्य संबंधित स्टाफ को एम-पासपोर्ट एप के माध्यम से सम्पूर्ण पासपोर्ट सत्यापन प्रक्रिया के बारे में नोडल अधिकारी एवं मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें थाना स्तर पर आगामी समय में एम-पासपोर्ट एप के माध्यम से आम नागरिकों के सुविधा हेतु पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को सुगमता से संचालित किया जा सके। इस हेतु शासन के द्वारा पुलिस आधुनिकीकरण योजना के तहत सभी थानों को टेबलेट एवं अन्य संसाधन उपलब्ध कराया जायेगा। इनके उपयोग से आम नागरिकों को पासपोर्ट बनवाने में लगने वाला समय में कमी एवं आम नागरिकों को सुविधा होगी।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।