शुक्रवार, 14 अक्तूबर 2022

थाना सूरजपुर पुलिस ने सुलझाई अंधे कत्ल की गुत्थी, मामा की हत्या करने वाले भांजा को किया गिरफ्तार

सूरजपुर। दिनांक 03.10.22 को ग्राम सलका निवासी कृष्णा सिंह ने थाना सूरजपुर में सूचना दिया कि इसका पिता मृतक फुलसाय सिंह दिनांक 03.10.22 के सुबह घर से बहन मुन्नी बाई के यहां ग्राम गेतरा जा रहा कहकर निकला था दोपहर में इसकी बुआ घर आकर बताई कि फुलसाय सुबह घर आया था, घर में जलाने के लिए लकड़ी मांगा और घर के सामने बाड़ी में सो गया उठ नहीं रहा है फौत हो गया है, उसकी मृत्यु कैसे हुई इसकी जानकारी नहीं है। सूचना पर थाना सूरजपुर पुलिस ने मर्ग कायम कर मौके पर पहुंची और शव पंचनामा के बाद पीएम के लिए भेजा। जांच के दौरान मृतक का पीएम रिपोर्ट प्राप्त हुआ जिसमें डॉक्टर के द्वारा मृतक की मृत्यु का कारण हत्यात्मक लेख किए जाने पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध अपराध क्रमांक 448/22 धारा 302 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने थाना प्रभारी को सभी बिन्दुओं पर गंभीरतापूर्वक विवेचना करते हुए आरोपी की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में थाना सूरजपुर की पुलिस के द्वारा संदेही अजय सिंह से घटना के संबंध में बारीकी से पूछताछ करने पर हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि फुलसाय इसका मामा है, दिनांक 3 अक्टूबर को सुबह मामा घर आया था, बाड़ी में बेतरी तोड़ने के दौरान शराब दिलाने की बात को लेकर विवाद करने लगा तब इसने मामा को तेज धक्का मारा जो पीठ के बल गिर गया, मामा के द्वारा गाली-गलौज करने से गुस्से में आकर पेट व कमर में लात से मारा जिससे मामा की मृत्यु हो गई। मामले में आरोपी अजय सिंह पिता बिन्देश्वर सिंह उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम गेतरा, थाना सूरजपुर को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर, एसआई संतोष सिंह, गजपति मिर्रे, प्रधान आरक्षक इसित बेहरा व आरक्षक लक्ष्मी नारायण मिर्रे सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।