गुरुवार, 13 अक्तूबर 2022

सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सूरजपुर पुलिस अलर्ट, पैदल गश्त कर लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा, लोगों को कराया सुरक्षा का एहसास। नगर के प्रमुख स्थानों पर दिखे सशस्त्र पुलिस बल

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने जिले के पुलिस अधिकारियों को विजिबल पुलिसिंग एवं शाम-रात्रि के वख्त थाना-चौकी क्षेत्र में पैदल गश्त करने साथ ही आगामी त्यौहारों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के निर्देश दिए थे। इसी परिप्रेक्ष्य में बुधवार, 12 अक्टूबर को थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर दलबल के साथ नगर में पैदल गश्त करते हुए सुरक्षा प्रबंध का जायजा लिया इस दौरान नगर के प्रमुख स्थानों पर सशस्त्र पुलिस बल को भी देखा गया। पुलिस की इस पहल से लोगों में सुरक्षा का भाव जागृत हुआ है। पैदल गश्त के दौरान लोगों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उन्हें कहा कि पुलिस उनके साथ है, परेशानी होने पर सूचना दें, समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा।
                अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी सूरजपुर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में कोतवाली पुलिस पैदल गश्त के दौरान नगर के सर्राफा दुकानों सहित अन्य प्रतिष्ठानों पर पहुंची और सुरक्षा के लिहाज से लगाए गए सीसीटीव्ही कैमरा को चेक किया। थाना प्रभारी ने इन प्रतिष्ठानों के संचालकों को सुरक्षा की दृष्टिकोण से दुकान के अंदर एवं बाहर उच्च गुणवत्ता वाले सीसीटीव्ही कैमरा लगवाने एवं कार्यरत् कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने के निर्देश दिए साथ ही पुलिस कन्ट्रोल रूम एवं अपना मोबाईल नंबर नोट कराया।  त्यौहार के दौरान अत्यधिक संख्या में लोग खरीदी करने आते है जिस कारण नगर में काफी भीड़-भाड़ होती है इस दौरान सड़कों पर जाम की स्थिति निर्मित न हो, यातायात व्यवस्था को सुगम बनाए रखने के लिए दुकानदारों को सामान बाहर न निकालने की हिदायत दी। पैदल गश्त से जहां असामाजिक तत्वों में भय होगा, वहीं नागरिक पुलिस की गश्त से सुरक्षा का एहसास कर रहे हैं। गश्त के दौरान पुलिस ने संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी करते नजर आई। इस दौरान थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर, एसआई संतोष सिंह, एएसआई हीरालाल साहू सहित थाना सूरजपुर के पुलिस अधिकारी-कर्मचारी शामील रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।