सोमवार, 1 अगस्त 2022

पुलिस जन चौपाल में शासन के कल्याणकारी योजनाओं की दी गई जानकारी

*बरसाती मौसम को लेकर ग्रामीणों को सावधानी बरतने दी गई हिदायत 

*साईबर अपराध, ठगों के झांसे में न आने दी गई समझाईश

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू के द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने, नागरिकों की समस्या-शिकायतों का मौके पर ही निराकरण करने तथा छत्तीसगढ़ शासन के कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारियों से ग्रामीणों को अवगत कराने ग्रामों तथा साप्ताहिक बाजार में जन चौपाल लगाने के निर्देश जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को दिए है। 
            एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में सोमवार, 01 अगस्त को चौकी उमेश्वरपुर पुलिस के द्वारा ग्राम उमेश्वरपुर में पुलिस जन चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान चौकी प्रभारी देवनाथ चौधरी ने छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों को अवगत कराते हुए योजनाओं का लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित किया गया। गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना, पौनी पसारी योजना, छत्तीसगढ़ सार्वभौम पीडीएस, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान, प्राकृतिक आपदा क्षतिपूर्ति योजना के बारे में जानकारी देते हुए ग्रामीणों से योजना से जुडे़ लाभ के बारे में चर्चा किया। नशे के विरूद्ध सूरजपुर पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे अभियान में नशे के धंधे में लिप्त लोगों की सूचना देने की अपील किया। इसी क्रम में नशा न करने की समझाईश देते हुए नशे से होने वाली आर्थिक, सामाजिक एवं शारीरिक हानियों के बारे में अवगत कराया। ग्राम चौपाल में ग्रामीणों को बरसाती मौसम में जहरीले सर्प-बिच्छु से बचाव के बारे में जागरूक किया गया।
            चौकी प्रभारी ने ग्रामीणों को जमीन संबंधी विवाद न करते हुए विधि अनुसार निराकरण कराने, कानून के बारे में की जानकारी देते हुए अपराध से बचने की समझाईश दी। वर्तमान दौर में किए जा रहे फ्राड जिनमें बैंक एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने, चिटफंड के झांसे में न आने, किसी प्रकार लालच या प्रलोभन में न फंसने की समझाईश दिया। ग्रामीणों को यातायात नियमों की जानकारी देते हुए उसका पालन करने की अपील की। गांव की गतिविधियों के बारे में जानकारी देने तथा सूचना तंत्र को और मजबूत करने को लेकर चर्चा कर सुझाव लिए गए। अवैध गतिविधियों की सूचना अथवा परेशानी में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के संवाद नंबर 7999161672 पर देने ग्रामीणों से अपील किया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।