मंगलवार, 5 जुलाई 2022

अंगूठे का निशान लेकर 2 लाख 51 हजार रूपये की धोखाधड़ी करने वाला 1 आरोपी गिरफ्तार। 1 थम्ब मशीन, 1 मोबाईल, नगदी 2000 रूपये व 1 मोटर सायकल जप्त, थाना प्रतापपुर पुलिस की कार्यवाही।

सूरजपुर। दिनांक 03.02.2022 ग्राम पेण्डारी निवासी नान्हू राम पोया ने थाना प्रतापपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके पिता शिवा राम की हाथी के हमले से मृत्यु हो जाने के कारण वन विभाग से मुआवजा का पैसा 575000 रूपये मॉ महती बाई के खाते में जमा हुआ था इसके बाद किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा इसकी मॉ को हाथी के हमले से हुए मृत्यु पर और मुआवजा निकलना है कहकर आधार नंबर एवं अंगूठे का निशान धोखे से लेकर दिनांक 09.10.21 से 22.11.21 तक कुल 26 बार में 251000 रूपये का आहरण कर लिया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात व्यक्ति के विरूद्ध धारा 420 भादसं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
        पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री रामकृष्ण साहू ने थाना-चौकी प्रभारियों को पुराने लंबित मामले के आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रतापपुर की पुलिस ने बैंक से जानकारी लिया तो एसबीआई कुसमी शाखा का खाता नंबर में पैसा ट्रान्सफर होना पाया, कुसमी बैंक से जानकारी लेने पर पता चला कि अशोक तिर्की के द्वारा आधार केवाईसी के माध्यम से तथा थम्ब अंगूठा मशीन का उपयोग कर बार-बार पैसा निकालने की जानकारी प्राप्त हुआ। विवेचना के दौरान मुखबीर की सूचना पर आरोपी अशोक तिर्की पिता स्व. मोहन तिर्की उम्र 32 वर्ष निवासी कुसमी, जिला बलरामपुर को उसके गांव में घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ पर आरोपी ने धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। आरोपी के निशानदेही पर नगदी 2000 रूपये, 1 मोटर सायकल, घटना में प्रयुक्त 1 थम्ब मशीन एवं 1 नग मोबाईल जप्त कर विधिवत् गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर निलिमा तिर्की, एसआई नवलकिशोर दुबे, राजेश तिवारी, एएसआई बजरंगी लाल चौहान, प्रधान आरक्षक राजेश यादव, आरक्षक इन्द्रजीत सिंह व अवधेश कुशवाहा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।