गुरुवार, 2 जून 2022

सूरजपुर जिले के थाना प्रतापपुर पुलिस ने 6 गुम इंसानों को उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश से किया दस्तयाब



सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने पुलिस अधिकारियों की मीटिंग लेकर उन्हें गुमे हुए नाबालिक बच्चों एवं वयस्क व्यक्तियों का रिपोर्ट प्राप्त होने पर तत्काल अपराध व गुम इंसान दर्ज करने के निर्देश दिये थे। गुमे हुए व्यक्तियों के मामले में यह सोचना चाहिए कि गुमा हुआ व्यक्ति उनके अपने ही परिवार का है। जब अपने परिवार का व्यक्ति गुम जाए तो हमारे मन में जिस तरह की पीड़ा और व्याकुलता उत्पन्न होती है उसी पीड़ा का अनुभव कर गुम हुए व्यक्तियों का तलाश गंभीरतापूर्वक किया जाए। पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए निर्देशों के परिणाम स्वरूप अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रतापपुर की पुलिस द्वारा तत्परतापूर्वक खोजबीन की गई और तकनीकी मदद व सूझबूझ का परिचय देते हुए पसगवां लखीपुर उत्तरप्रदेश, लालपुर बलौदाबाजार, राजगढ़ मध्यप्रदेश, अम्बिकापुर, बलरामपुर से कुल 06 गुम इंसानों की तलाश कर परिजनों को सुपुर्द किया गया है। सूरजपुर पुलिस द्वारा की गई इस कार्यवाही से जहां एक तरफ गुमे हुए व्यक्तियों को सकुशल वापसी से उनके जीवन को सुरक्षित बचाया जा सका है, वहीं दूसरी ओर परिजनों के चेहरे पर खुशी लौट आयी है। सूरजपुर पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा और गुम इंसान के मामलों में शत-प्रतिशत बरामदगी का प्रयास किया जा रहा है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रतापपुर के अलावा प्रधान आरक्षक महेन्द्र पटेल, मनोज केरकेट्टा, लखेश साहू, रामाधीन श्यामले, भागवत दयाल सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।