मंगलवार, 14 जून 2022

नशे के कारोबार पर सूरजपुर पुलिस की बड़ी कार्यवाही। भारी मात्रा में नशीली दवाईयों सहित 1 गिरफ्तार, थाना विश्रामपुर पुलिस की कार्यवाही

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू के निर्देश पर अवैध कारोबार में लिप्त लोगों के विरूद्ध जिले की पुलिस का लगातार कार्यवाही जारी है। नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) नई दिल्ली व पुलिस मुख्यालय रायपुर के द्वारा 12 जून से 26 जून 2022 तक नशे से आजादी पखवाड़ा अभियान चलाने के निर्देश दिए है। इसी क्रम में दिनांक 14.06.2022 को थाना विश्रामपुर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि शिवनंदनपुर निवासी मिथलेश राव उर्फ कृष्णा राव मोटर सायकल में भारी मात्रा में अवैध नशीली दवाईयां बिक्री करने हेतु भटगांव तरफ से विश्रामपुर की ओर आ रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में थाना विश्रामपुर की पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर आईटीआई मोड़ के पास घेराबंदी कर मोटर सायकल सहित मिथलेश राव उर्फ कृष्णा राव पिता स्व. के. सत्यनारायण साहू उम्र 32 वर्ष निवासी ग्राम शिवनंदनपुर को पकड़ा जिसके कब्जे से नशीली टी-जेसिक इंजेक्शन 80 नग, एविल इंजेक्शन 80 नग व अल्प्राजोलम टेबलेट 3500 नग जप्त किया गया जिसकी बाजारू कीमत करीब 1 लाख 50 हजार रूपये है। मामले में नशीली दवा व मोटर सायकल जप्त कर धारा 21(सी) एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्यवाही करते हुए आरोपी को विधिवत् गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर ट्रेनी आईपीएस संदीप कुमार पटेल, एएसआई सुनील सिंह, अरूण गुप्ता, सोहन सिंह, प्रधान आरक्षक विकास सिंह, अविनाश सिंह, रामनिवास तिवारी, सुशील तिवारी, आरक्षक प्यारेलाल, नागेश नाहक, अकरम मोहम्मद, देवनंदन राजवाड़े, अजय प्रताप राव, बिसुन पैंकरा, योगेश्वर सिंह व रविशंकर पाण्डेय सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।