शुक्रवार, 22 अप्रैल 2022

3 पानी टैंकर चोर गिरफ्तार, थाना भटगांव पुलिस की कार्यवाही, पानी टैंकर व परिवहन में प्रयुक्त ट्रेक्टर कीमत 5 लाख 80 हजार रूपये का जप्त

सूरजपुर। दिनांक 21.04.2022 को ग्राम बिसाही भटगांव निवासी धनजी शाह ने थाना भटगांव में रिपोर्ट दर्ज कराया कि अम्बिकापुर स्थित महावीर एग्रो एजेंसी से 4500 लीटर क्षमता वाला पानी टैंकर खरीदा था जिसे अपने घर के पीछे रखा था, 21 अप्रैल की सुबह देखा कि पानी टैंकर वहां नहीं था किसी अज्ञात चोर के द्वारा चोरी कर लिये जाने की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 65/22 धारा 379 भादवि का मामला पंजीबद्ध किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश अग्रवाल ने थाना प्रभारी को अज्ञात चोर की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में चोरों की पतासाजी की जा रही थी इसी दौरान मुखबीर की सूचना पर संदेही ईटभट्ठा निवासी समशेर कुरैशी को दबिश देकर पकड़ा गया। पूछताछ पर उसने बताया कि अपने ट्रेक्टर चालक विकास सिंह उर्फ पटेल व ईट पथेरा संजय अगरिया के साथ मिलकर अपने टेक्टर वाहन की मदद से धनजी शाह के पानी टैंकर को टोचन कर चोरी कर भुडुपानी थाना चंदौरा जंगल में छुपाया है। मामले आरोपी विकास सिंह व संजय अगरिया को घेराबंदी कर पकड़ा गया। आरोपियों की निशानदेही पर चोरी किए गए पानी टैंकर कीमत 80 हजार रूपये, घटना में प्रयुक्त ट्रेक्टर कीम 5 लाख का जप्त कर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव विमलेश सिंह, प्रधान आरक्षक राजेश यादव, प्रधान आरक्षक रविन्द्र भारती, आरक्षक ताराचंद यादव, हेमन्त सिंह, रजनीश पटेल व प्रहलाद पैंकरा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।