बुधवार, 23 मार्च 2022

खाना गिरा देने की बात को लेकर पत्नी की हत्या करने वाला हत्यारा पति गिरफ्तार, चौकी रेवटी पुलिस की कार्यवाही

सूरजपुर। दिनांक 22.03.2022 को ग्राम डांडकरवां निवासी राजेश खैरवार ने चौकी रेवटी में उपस्थित होकर सूचना दिया कि इसकी पत्नी सीता कुंवर शराब का सेवन की थी जिस कारण उसकी मृत्यु हो गई है। सूचना पर मर्ग क्रमांक 11/22 कायम कर पुलिस मौके पर पहुंची और शव पंचनामा बाद मृतिका के शव को पी.एम. के लिए भेजा गया। पीएम रिपोर्ट में डॉक्टर के द्वारा मृतिका की मृत्यु हत्यात्मक प्रकृति का होना लेख किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल ने चौकी प्रभारी को अपराध पंजीबद्ध करते हुए बारीकी से प्रत्येक पहलुओं पर जांच कर आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के मार्गदर्शन में चौकी रेवटी की पुलिस ने जांच के दौरान मृतिका के पति राजेश से पूछताछ करने पर उसने बताया कि सोमवार को घर में बनाए खाना को पत्नी के द्वारा गिरा देने पर आवेश में आकर मृतिका के साथ मारपीट कर सिर को पकड़कर दिवाल में तेज गति से टकरा दिया, चोट लगने से पत्नी की मृत्यु हो गई। आरोपी के द्वारा घटना के तथ्यों को छुपाते हुए मृतिका की मृत्यु शराब पीने से होने की सूचना दिया। मामले में आरोपी राजेश खैरवार पिता सोनसाय उम्र 30 वर्ष निवासी डांडकरवां के विरूद्ध धारा 302, 201 भादवि के तहत मामला पंजीबद्ध करते हुए उसे गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी रेवटी के.डी.बनर्जी, प्रधान आरक्षक रामकुमार पैंकरा, अखिलेश यादव, शैलेन्द्र सिंह व नगर सैनिक रामाशंकर पोर्ते सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।