शुक्रवार, 12 नवंबर 2021

सूरजपुर पुलिस का जनदर्शन हुआ प्रारंभ, पुलिस अधिकारी जनदर्शन में आमजनता की समस्याओं का करेंगे निराकरण

 

सूरजपुर पुलिस का जनदर्शन हुआ प्रारंभ, पुलिस अधिकारी जनदर्शन में आमजनता की समस्याओं का करेंगे निराकरण

सूरजपुर। राज्य शासन के निर्देशानुसार आमजनता की शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए सूरजपुर पुलिस का जनदर्शन प्रारंभ हो गया है। पुलिस अधीक्षक से लेकर एएसपी, सीएसपी और एसडीओपी अपने कार्यालय व थाना-चौकी प्रभारी अपने थाना-चौकी में जनता की समस्याएं सुनकर उसका निराकरण करेंगे।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्रीमती भावना गुप्ता ने बुधवार को आदेश जारी करते हुए जिला स्तर पर स्वयं जिला पुलिस कार्यालय में प्रत्येक सोमवार को बैठेंगे, इसके अलावा जिला पुलिस कार्यालय में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर प्रत्येक बुधवार, एएसपी मुख्यालय पी.एस.महिलाने प्रत्येक गुरूवार को, सीएसपी/एसडीओपी प्रत्येक शुक्रवार एवं सभी थाना-चौकी प्रभारी प्रत्येक शनिवार को अपने-अपने अनुभाग मुख्यालय व थाना-चौकी में 11.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक उपस्थित रहेंगे और जनदर्शन का आयोजन कर आमजनता की समस्या का यथासंभव तत्काल निराकरण करेंगे।
पुलिस अधीक्षक ने जनदर्शन कार्यक्रम के साथ-साथ थाना-चौकी प्रभारियों को नियमित रूप से चलित थाना लगाकर आम जनता की समस्याओं को सुनकर निराकरण करने के निर्देश जारी किए है इस दौरान प्राप्त शिकायत के निराकरण की मॉनिटरिंग करने के लिए एएसपी मुख्यालाय पी.एस.महिलाने को सेल प्रभारी नियुक्त किया है जो इसके साथ-साथ संवाद शाखा के माध्यम से प्राप्त होने वाले के शिकायतों का त्वरित निराकरण कराने की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।