मंगलवार, 21 सितंबर 2021

सूरजपुर पुलिस के सड़क सुरक्षा अभियान के नेत्र परीक्षण शिविर के दूसरे दिन 52 वाहन चालकों का किया गया नेत्र परीक्षण।



चालकों के नेत्र परीक्षण कर दुर्घटना के जोखिम को कम करना है उद्धेश्य।

सूरजपुर। जिले की पुलिस के द्वारा सड़क सुरक्षा अभियान के तहत सड़क दुर्घटना के जोखिम को कम करने व दुर्घटना में मानव क्षति को रोकने के उद्धेश्य से पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने बीते दिन पुलिस अधिकारियों को ट्रक, बस, ऑटो व रिक्शा चालकों का नेत्र परीक्षण कराने को कहा था। मंगलवार, 21 सितम्बर को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में नेत्र परीक्षण शिविर के दूसरे दिन नेत्र विशेषज्ञ डॉ. तेरस कंवर के द्वारा सूरजपुर सहित आसपास क्षेत्र के 52 ट्रक, ऑटो व रिक्शा चालकों का नेत्र परीक्षण किया।
          इस दौरान यातायात प्रभारी आर.सी.राय, नेत्र सहायक मुकेश राजवाड़े, प्रदीप कुजूर, स्टाफ नर्स जयश्री चक्रवर्ती, प्रधान आरक्षक रामजतन सिंह, वाहन चालक सोनू सिंह, बुधराम, आशीष, हफीज, भानू, लतीफ मोहम्मद, बालमीकदास, समयलाल, अकबर, इस्तयाक, अनिल, भूखल, आशीष सोनी, हरिशचंद सहित अन्य वाहन चालकगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।