मंगलवार, 21 सितंबर 2021

सूरजपुर जिले के थाना-चौकी प्रभारी नियमित आयोजित कर रहे चलित थाना। पुलिस ग्रामीणों को कानून, धोखाधड़ी से बचाव की जानकारी देते हुए उनकी समस्याएं सुनी।



कई समस्याओं का त्वरित निराकरण भी किया।

सूरजपुर: पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने पुलिस व आमजनों के साथ मैत्रीय संबंध बढ़ाने को लेकर सामुदायिक पुलिसिंग के तहत थाना-चौकी प्रभारियों को उनके क्षेत्र के हाट-बाजारों सहित अन्य जगहों पर नियमित रूप से चलित थाना लगाने के निर्देश दिए थे। इसी परिपेक्ष्य में पिछले दिनों थाना रामानुजनगर के रामानुजनगर, नावापाराकला, चौकी तारा के ग्राम तारा, चौकी रेवटी के ग्राम नरोला के साप्ताहिक बाजार, चौकी उमेश्वरपुर के ग्राम उमेश्वरपुर, चौकी बसदेई के ग्राम शिवप्रसादनगर व चौकी खड़गवां के सुखदेवपारा में चलित थाना लगाया जहां मौजूद सरपंच सहित पंचायत प्रतिनिधियों की मौजूदगी में लोगों की समस्याओं को सुना और कई का निराकरण भी किया।
          इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों को कानून की जानकारी देते हुए अपराध से बचने की सलाह दी। नशा को नाश का कारण बताते हुए गांव को नशा मुक्त बनाने की समझाइश देने के अलावा वर्तमान में हो रहे एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी, बैंक का अधिकारी अथवा कर्मचारी बन कर मोबाइल से आधार कार्ड एवं एटीएम कार्ड की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर बैंक खातों से रकम पार करने की घटित हो रही घटनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को देते हुए ठगी का शिकार होने से बचने की समझाईश दी। सूरजपुर पुलिस के वरिष्ठ नागरिकों की पुलिस के सम्पर्क में लाने, देखरेख व समस्या के त्वरित निराकरण समर्पण अभियान, महिला-बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने हिम्मत कार्यक्रम व समस्या-शिकायतों के त्वरित निराकरण हेतु संवाद नंबर 7999161672 के बारे में ग्रामीणों को अवगत कराया गया और इसका लाभ लेने की समझाईश दी।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।