सोमवार, 30 अगस्त 2021

सूरजपुर पुलिस ने 1 साइबर ठग को जामताड़ा के भेलवाडीह करमाटांड से किया गिरफ्तार........


*बीएसएनएल ब्राडबैंड की जानकारी दे टीम व्यूअर एप्स डाउनलोड करा दी थी ठगी को अंजाम।*

सूरजपुर। दिनांक 20.07.2021 को हास्पिटल कालोनी विश्रामपुर निवासी महेन्द्र लाण्डेय ने थाना विश्रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 18 जुलाई को इसके मोबाईल पर अज्ञात मोबाईल नंबर धारक के द्वारा फोन कर मोबाईल में टीम व्यूअर एप्स डाउनलोड कराकर नेट बैंकिंग के माध्यम से 2,04,411/- रूपये की ठगी किया गया है प्रार्थी की रिपोर्ट पर धारा 420 भादवि व 66, 66डी आईटी एक्ट के तहत मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। जांच के दौरान प्रार्थी के खाते से ठगी किए गए राशि के बारे में जानकारी निकाली गई जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ने आरोपी को पकड़ने थाना विश्रामपुर व जयनगर की संयुक्त पुलिस टीम को झारखंड भेजा। 
          अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में झारखण्ड पहुंची पुलिस टीम ने नई तकनीक की मदद से मामले के आरोपी मरगोड़ी पंचायत, दासडीह, थाना जाण्डेय, जिला गिरीडीह झारखण्ड निवासी 33 वर्षीय आरोपी जगदीश मण्डल को 28 अगस्त को जामताड़ा झारखण्ड में घेराबंदी कर पकड़ा और उसे गिरफ्तार कर विश्रामपुर लाया गया। पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि वर्ष 2013 से ठगी का काम मोबाईल के माध्यम से अपने 1 साथी के साथ मिलकर करता है और नए-नए मोबाईल नंबरों पर फोन कर ठगी करने का प्रयास करने के दौरान दिनांक 18 जुलाई को प्रार्थी के मोबाईल नंबर पर फोन कर बीएसएनएल ब्राड बैंड के संबंध में बताते हुए कम्प्यूटर का जानकार साथी के साथ मिलकर प्रार्थी के मोबाईल में टीम व्यूअर एप्स डाउनलोड कराकर 2 लाख 4 हजार 411 रूपये ट्रांसफर कर ठगी करना स्वीकार किया। पुलिस ने ठगी में इस्तेमाल किए गए मोबाईल को आरोपी की निशानदेही पर जप्त किया है। आरोपी के द्वारा छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य राज्यों के लोगों को भी टीम व्यूअर के जरिए ठगी का शिकार बनाने की जानकारी मिली है जिसके संबंध में अन्य राज्यों की पुलिस को अवगत कराया जा रहा है। मामले में 1 अन्य आरोपी की संलिप्तता पाई गई है जिसकी तलाश में पुलिस टीम लगी हुई है। प्रकरण में ठगी कर पैसा ऑनलाईन विभिन्न खातों में ट्रान्सफर किया गया है जिसके संबंध में तफ्तीश की जा रही है।
          इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर दीपक पासवान, थाना प्रभारी विश्रामपुर सुभाष कुजूर, प्रधान आरक्षक संतोष सिंह, तालिब शेख, आरक्षक अखिलेश पाण्डेय, अकरम मोहम्मद, युवराज यादव व रौशन सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।